बडकोट (मदन पैन्यूली)रवाई घाटी का प्रसिद्ध मेला देवदार के घने जंगलों के बीच स्थित डांडादेवराना मंदिर में आयोजित रुद्रेश्वर महाराज देवता का मेला कि बड़ी धूमधाम से मनाया गया। ईष्ट देव रूदेश्वर महाराज के मेलों का मंगलवार को देवराना से आगाज़ हो गया है। रूदेश्वर महाराज अपने थान से ढोल नगाड़ों के साथ देवराना मंदिर पहुंचे । जहां हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने रूदेश्वर महाराज के दर्शन किए तथा आशीर्वाद लिया।
नौगांव ब्लाक के अंतर्गत रुद्रेश्वर महादेव 65 गांव के इष्टदेवता हैं। रुद्रेश्वरश्वर महादेव का मेला इन सभी में मनाया जाता है। जिसकी शुरुआत देवराना मंदिर से मंगलवार को एक विशाल मेले के साथ शुरू हुई है। सोमवार को रुद्रेश्वर महादेव अपने निवास स्थान कंडाऊ गांव से बाहर निकले तथा एक महीने तक निरंतर रुद्रेश्वर महादेव का मेला इन विभिन्न गांव में लगेगा। जिसके भ्रमण के लिए रुद्रेश्वर महादेव अपने थान से निकल पड़े हैं। 65 गांव के लोग इन मेलों का सामूहिक रूप से आयोजन करते हैं तथा रुद्रेश्वर महादेव से क्षेत्र की खुशहाली एवं सुख समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। अपने निवास स्थान कंडाऊ गांव से पौराणिक परंपरा के अनुसार ढोल नगाड़ों के साथ रुद्रेश्वर महादेव देवराना पहुंचे। जहां सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालुओं ने इष्ट देव का स्वागत किया तथा दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त किया। यहां पर विधिविधान के साथ देवता की पूजा अर्चना की गई साथ ही परंपरा अनुसार देव के जयकारों के साथ देवता की डोली के साथ लोगों ने नृत्य किया। देवता के पश्वा ने यहां पहुंचे सभी मेलायों को अपना आशीर्वाद दिया। इस मौके पर मेलार्थियों ने तांदी एवं हारूल गा कर नृत्य किया। देर शाम तक गीतों एवं तांदी नृत्य का कार्यक्रम चलता रहा। देवराना मेले के बाद रुद्रेश्वर महादेव की डोली बजलाड़ी, धारी, कलोगी, तियां, कफनौल, दारसौं, ठोलिंका, हिमरौल, पालुका आदि गांवों में एक महीने तक चलने वाले मेलों के बाद अपने निवास स्थान बजलाड़ी में विराजमान होंगे।इस मेले में हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ मौजूद रही ।