देहरादून। उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए पुलिस ने कमर कस रखी है। उत्तराखंड पुलिस अपराधियों के साथ आचार संहिता और कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन करने वाले के खिलाफ भी लगातार कार्रवाई कर रही है। इसके अलावा पुलिस ने नशा तस्करों पर भी शिकंजा कस रखा है। पुलिस किसी भी हाल में शराब माफिया को पनपने नहीं दे रही है।
उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार का कहना है कि चुनाव आयोग के निर्देशानुसार उत्तराखंड पुलिस प्रदेश भर में अवैध गतिविधियों पर नजर बनाए हुए है। अपराधियों की धरकपड़ के लिए एफएसटी और एसएसटी संयुक्त रूप से कार्रवाई कर रही हैं। आचार संहिता लगने के बाद 9 जनवरी से 25 जनवरी तक प्रदेशभर में उत्तराखंड पुलिस ने मादक पदार्थों की तस्करी के मामलों में एनडीपीएस एक्ट के तहत 107 दर्ज किए है। इन मामलों में 117 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस की इस कार्रवाई में 231 किलोग्राम से ज्यादा मादक पदार्थों को जब्त किया है। पकड़े गए नशीले पदार्थों की कीमत करीब 2 करोड़ 56 लाख 95 हजार 530 रुपए आंकी गई है। आचार संहिता के दौरान पुलिस ने शराब तस्करी के 594 मुकदमे दर्ज किए हैं। इस मामलों में पुलिस ने 617 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने अभी तक 18,607 लीटर अवैध शराब पकड़ी है, जिसकी अनुमानित कीमत करीब 90 लाख रुपए आंकी गई है। लिस ने चेकिंग के दौरान 1 करोड़ 23 लाख 6 हजार 340 नकदी बरामद की है। यह कार्रवाई एफएसटी और एसएसटी की टीम ने चेकिंग के दौरान की है। उत्तराखंड पुलिस ने राज्यभर में अवैध हथियारों की तस्करी मामले में 25 जनवरी तक 151 केस दर्ज किए हैं, जबकि 160 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। इसके साथ ही 172 अवैध हथियार भी बरामद किए हैं, जबकि जिंदा कारतूस बरामद किए हैं।