*राजभवन देहरादून 19 जुलाई, 2023*
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) से बुधवार को राजभवन में अपर पुलिस महानिदेशक अमित सिन्हा ने शिष्टाचार मुलाकात की। राज्यपाल ने उन्हें ऑल इंडिया मास्टर्स क्लासिक पावर लिफ्टिंग चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने पर बधाई दी।
राज्यपाल ने कहा की अपर पुलिस महानिदेशक जैसे चुनौतीपूर्ण दायित्व का निर्वहन करते हुए पावर लिफ्टिंग में स्वर्ण पदक जीतना प्रशंसनीय है। उन्होंने इस उपलब्धि को युवाओं के लिए भी प्रेरणा स्रोत बताया।
सिन्हा ने हाल ही में विशाखापत्तनम, आंध्र प्रदेश में आयोजित ऑल इंडिया मास्टर्स क्लासिक पावर लिफ्टिंग चैंपियनशिप (120 किलोग्राम भार वर्ग) में स्वर्ण पदक जीता है। उनका चयन मंगोलिया में आयोजित होने वाली विश्व चैंपियनशिप के लिए भी हो गया है।
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*राज्यपाल ने किया दून विश्वविद्यालय की ई-लाइब्रेरी का उद्घाटन।*
*ई-लाइब्रेरी डिजिटाइजेशन की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम -राज्यपाल।*
*ई-लाइब्रेरी के द्वारा दून विश्वविद्यालय ने ज्ञान को टेक्नोलॉजी से जोड़ा है- राज्यपाल।*
*राज्यपाल की दिशा-निर्देश एवं प्रेरणा से स्थापित की गई ई-लाइब्रेरी – सुरेखा डंगवाल।*
*राजभवन देहरादून 19 जुलाई, 2023*
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने बुधवार को राजभवन से दून विश्वविद्यालय की ई-लाइब्रेरी का उद्घाटन किया। इस ई-लाइब्रेरी में कुल 9 लाख से ज्यादा लिखित सामग्री उपलब्ध है। ई-लाइब्रेरी में 12,253 अलग-अलग विषयों के ई-जर्नल, 7,81,269 ई-थिसिस, 1,24,019 वीडियो लेक्चर, 18,371 ई-बुक्स, 2,979 न्यूज पेपर्स, 16,000 ऑडियो बुक्स के साथ-साथ दून विश्वविद्यालय की लाइब्रेरी में 43,000 पुस्तक हार्ड कॉपी में उपलब्ध है। ई-लाइब्रेरी वेब पेज के साथ-साथ मोबाइल एप्लिकेशन में भी उपलब्ध रहेगी। विश्वविद्यालय के अध्यापक एवं छात्र-छात्राएं एक क्लिक के माध्यम से इस लाइब्रेरी से जुड़ सकेंगे।
ई-लाइब्रेरी के शुभारंभ के अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि दून विश्वविद्यालय में ई-लाइब्रेरी की स्थापना एक उत्कृष्ट कार्य है जिसके द्वारा आज ज्ञान को टेक्नोलॉजी से जोड़ा गया है। उन्होंने कहा कि यह सभी विद्यार्थियों के ज्ञान के उत्थान में सहायक सिद्ध होगी। अपने ज्ञान को विकसित और आगे ले जाने के लिए टेक्नोलॉजी का इससे बेहतर उपयोग नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा कि इससे विश्वविद्यालय के शिक्षण और शोध में और अधिक लाभ मिलेगा। राज्यपाल ने अन्य विश्वविद्यालयों को इस प्रकार की ई-लाइब्रेरी बनाने के प्रयास करने चाहिए।
राज्यपाल ने कहा कि यह डिजिटाइजेशन की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम है। इसका लाभ यह होगा कि जानकारी और ज्ञान में सबकी पहुंच सुनिश्चित की जा सकती है। उन्होंने कहा कि दून विश्वविद्यालय में विभिन्न विदेशी भाषाओं के कोर्स विश्वविद्यालय की विशेष पहचान है। दून विश्वविद्यालय में महिला सशक्तिकरण पर भी काफी काम किया गया है। उन्होंने इस अवसर पर दून विश्वविद्यालय को 108 पुस्तक देने की भी घोषणा की।
दून विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर सुरेखा डंगवाल ने कहा कि यह हम सबके लिए सौभाग्य का क्षण है की दून विश्वविद्यालय के कुलाधिपति एवं उत्तराखण्ड के राज्यपाल की प्रेरणा से ई-लाइब्रेरी की स्थापना की जा रही है। इस लाइब्रेरी के माध्यम से विद्यार्थी आसानी से संबंधित विषयों की पुस्तकों को पढ़ सकेंगे। उत्तराखण्ड में पहली बार इस तरह की लाइब्रेरी की स्थापना की गई है। इसका लाभ सभी विद्यार्थी उठा सकेंगे और यह खासकर विदेशी भाषा पढ़ने वाले विद्यार्थियों के लिए अत्यधिक उपयोगी रहने वाली है क्योंकि इस ई-लाइब्रेरी के माध्यम से वे संबंधित भाषा के अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय न्यूज़पेपर और मैगजीन पढ़ सकेंगे।
ई-लाइब्रेरी के संबंध में प्रेजेंटेशन दून विश्वविद्यालय के लाइब्रेरियन प्रोफेसर आशीष कुमार के द्वारा दिया गया। इस उद्घाटन सत्र में धन्यवाद का ज्ञापन दून विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ एमएस मंदरवाल के द्वारा किया गया। इस अवसर पर दून विश्वविद्यालय से प्रोफेसर एस सी पुरोहित, डॉ राजेश कुमार, डॉ सुनित नैथानी, डॉ अरुण कुमार, डॉ राजेश भट्ट, डॉ उदिता नेगी, डॉ प्राची पाठक, डॉ स्मिता त्रिपाठी, डॉ प्रीति मिश्रा, नरेंद्र लाल आदि उपस्थित थे।