गढ़वाल के शेर हरक सिंह रावत भाजपा को कर देगा ढेर

Pahado Ki Goonj

उत्तराखंड बीजेपी में बगावत ; बड़ी खबर
हरक का हिंदी मतलब जानकर आप हैरान रह जाएंगे :”,अपने प्रलयंकर रूप में शिव का एक नाम”; इसके अलावा और भी अर्थ है, पर उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री हरक सिंह अब बीजेपी के लिये प्रलयकारी रूप में प्रकट हुए है, हरक सिंह रावत ने 2016 में हरीश रावत की सरकार गिराने के लिये मुख्य भूमिका निभाई थी,

ध्यान से सुनियेगा औऱ11 लोगों को अवश्य शेयर कीजिएगा
11 का बड़ा महत्व खुसहाली के लिए है 11 गते मंन्गशीर्ष भगवान श्रीकृष्ण के वहाँ से जनता से विदा लेकर गुप्त सेम में गुप्तवास लिया है।

24 दिसंबर 2021 को हरक कुछ विधायकों के साथ कांग्रेस में घर वापसी कर सकते हैं। अब कह रहे है कि
भिखारी सा बना दिया मुझे… यह कह कर कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत का उत्तराखंड सरकार से इस्तीफा, उन्होंने आरोप लगाया कि पुष्कर धामी सरकार कोटद्वार में मेडिकल कॉलेज को लटका रही है. ऐसे में वे काम नहीं कर सकते.

https://youtu.be/w-po9Jjmb7g

कांग्रेसी गोत्र के हरक सिंह रावत और उमेश शर्मा काऊ ने भाजपा में बगावत कर दी हैं बता दें कि 2016 में जब हरीश रावत सरकार के खिलाफ कांग्रेस के विधायकों ने बगावत की थी तो उसमें हरक सिंह और उमेश शर्मा काऊ दोनों शामिल थे हरक सिंह और उमेश शर्मा काऊ हमेशा भाजपा में भी एक साथ ही नजर आए और एक दूसरे का साथ देते रहे चुनावी साल में दोनों के भाजपा छोड़ कांग्रेस में जाने की चर्चाएं लंबे समय से चल रही थी शुक्रवार को अचानक कैबिनेट बैठक के बीच में ही पार्टी से नाराज होकर हरक सिंह ने अपने मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया और इसके कुछ ही देर बाद रायपुर से विधायक उमेश शर्मा काऊ ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया ऐसे में साफ है कि दोनों कांग्रेस का दामन थाम सकते हैं।
जबकि

https://youtu.be/_pTddXKOmjs

उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री ने योजना अनुसार दिया इस्तीफा, तभी उनके समर्थक सचिवालय में मौजूद थे,

हरक सिंह रावत ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. रावत देहरादून में कैबिनेट की बैठक में शामिल थे. इसी दौरान बैठक छोड़कर निकल गए. उनके समर्थकों ने सचिवालय में जमकर हंगामा किया. सूत्रों के मुताबिक, कैबिनेट की बैठक में आम आदमी पार्टी की घोषणा को काउंटर करने के मकसद से सीमित संख्या में मुफ्त बिजली की घोषणा संबंधी प्रस्ताव पेश किया गया. सूत्र बताते हैं कि इस पर चर्चा शुरू हुई, जो धीरे धीरे बहस में तब्दील हो गई और हरक सिंह कैबिनेट की बैठक से नाराज होकर यह कहते हुए बाहर निकल गए कि वो अपना इस्तीफा देते हैं.

हरक सिंह रावत के पास उत्तराखंड में वन एवं पर्यावरण, लेबर और स्किल डेवलपमेंट मंत्रालय है. उत्तराखंड में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. ऐसे समय में रावत ने इस्तीफा देकर सत्तारूढ़ बीजेपी को बड़ा झटका दिया है.

भिखारी सा बना दिया मुझे… कैबिनेट मंत्री हरक

उन्होंने अपनी ही सरकार पर बड़ा आरोप लगाते हुए इस्तीफा दिया है. उनके मुताबिक राज्य सरकार कोटद्वार में( स्वीकृत करने को लेकर) मेडिकल कॉलेज को लटका रही है,
हरक सिंह रावत कोटद्वार में मेडिकल कॉलेज की मांग कर रहे थे. उन्होंने कई बार सरकार के सामने ये मुद्दा उठाया था. लेकिन क्योंकि उनकी इस मांग को पूरी नहीं किया गया।बताते चलें कि कांग्रेस में हरीश रावत मुख्यमंत्री रहते कुछ मामलों में हिटलर साही तेवर लाने पर हरक सिंह ने पार्टी छोड़कर हरीश रावत को चुनाव में चुनौती देते हुए उनको विधानसभा में आने के लिए रोक दिया जहां कांग्रेस से बगावत करने वाले यशपाल आर्य अपने आप के साथ साथ अपने पुत्र को विधायक बनाने में सफल हुए वहीं हरीश रावत जी 68 दायत्व धारियों की फ़ौज पर करोड़ों करोड़ रुपये लूटा कर अपनी एवं  अपनी लड़की की सीट नहीं बचा पाए।साथ ही हरक सिंह ने कहा कि हरीश रावत फूंका हुआ करतोष है। हरक सिंह को फर्क इस लिए नहीं पड़ता है कि वह सपष्ट बोलने की बात करता है।अपने कार्यकर्ताओं की सुनता है। अब जब आप पार्टी ने फिरि बिजली का एलान कर दिया है तो हरक सिंह का कहना गलत नहीं है कि इसका काउंटर होना चाहिए यह भूल और मुख्यमंत्री का रुतवा सरकार को घायल कर गया है।हरक सिंह  की चाहत   से कांग्रेस को मिलेगी राहत।

 

 

 

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