देहरादून। उत्तराखंड में कोविड गाइडलाइंस के अनुसार शुरू होने वाली चारधाम यात्रा में रजिस्ट्रेशन कार्ड बनाने में फर्जीवाड़ा होने की जानकारी सामने आ रही हैं। 18 सितंबर से यात्रा शुरू होने के उपरांत पिछले 3 दिनों में केदारनाथ धाम दर्शन से पहले रुद्रप्रयाग पुलिस चेक पोस्ट पर चेकिंग के दौरान 35 ऐसे रजिस्ट्रेशन कार्ड पकड़े गए जिनका सत्यापन करने पर उनका ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन नंबर नहीं मिला। उनका 250 रुपये का चालान काट उन्हें केदारनाथ दर्शन से वंचित कर अपने गृह क्षेत्र वापस भेजा गया है।
मिली जानकारी के अनुसार फिलहाल इस तरह के फर्जी रजिस्ट्रेशन कार्ड केदारनाथ धाम यात्रा आने वाले लोगों के पकड़े गए हैं जो देश के अलग-अलग राज्यों से यहां पहुंच रहे हैं। बता दें कि राज्य सरकार की एडवाइजरी के मुताबिक कोविड-19 गाइडलाइंस अनुपालन के साथ-साथ चारधाम यात्रा से पहले किसी भी श्रद्धालु को उत्तराखंड देवस्थानम बोर्ड और देहरादून स्मार्ट सिटी साइट पर जाकर रजिस्ट्रेशन करना अनिवार्य है। इसी रजिस्ट्रेशन के आधार पर ही चार धाम यात्रा करने की अनुमति प्रदान होती है। देश के अलग-अलग राज्यों से चार धाम की यात्रा पर आने वाले यात्री देवस्थानम बोर्ड और देहरादून स्मार्ट सिटी से रजिस्ट्रेशन करा कर उत्तराखंड पहुंच रहे हैं। लेकिन अब फर्जी रजिस्ट्रेशन कराने के मामले भी शुरू हो गया है। कोविड-19 गाइडलाइंस का पालन करते हुए यात्रा शुरू होने के 4 दिन में कुल 9606 श्रद्धालुओं ने चारों धामों के दर्शन किये हैं। गढ़वाल रेंज से मिली अधिकारिक जानकारी के मुताबिक 18 सितंबर से 22 सितंबर तक गंगोत्री धाम में 1410, यमुनोत्री धाम में 1000, केदारनाथ धाम में 3,019 और बदरीनाथ धाम में 3,716 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए हैं। वहीं, हेमकुंड साहिब में 461 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं। आपको बता दें कि चारधाम यात्रा में सरकार की गाइडलाइन का सख्ती से पालन किया जा रहा है। चारधाम यात्रा पर रोजाना जो यात्री आ रहे हैं, उनमें गंगोत्री धाम में 297, यमुनोत्री धाम में 320, केदारनाथ धाम में 567 और बदरीनाथ धाम में 810 श्रद्धालुए दर्शन कर रहे हैं, जबकि हेमकुंड साहिब में रोजाना 170 भक्त माथा टेक रहे हैं। यानी यानी प्रतिदिन लगभग 2,164 श्रद्धालु चारधाम के दर्शन कर रहे हैं।