इटावा उत्तर प्रदेश में भ्रष्टाचार को समाप्त करने के प्रयास में लगी सरकार के साथ ही प्रशासन की आंखें कल तड़के उस समय खुली की खुली रही गईं, जब एसएससी से ही ट्रक को छोडऩे के एवज में दस हजार रुपये की मांग की गई। मामला इटावा का है और पुलिस के खिलाफ इस अभियान में लगे थे एसएसपी वैभव कृष्ण। घूस मांगने के आरोप में छह सिपाही सहित एक अन्य को गिरफ्तार किया गया है।
इटावा में परसों देर रात जिले से जुड़ी मध्य प्रदेश की सीमा पर दो जगह पर एसएसपी वैभव कृष्ण ने अलग ही अंदाज में जाल बिछाया। यहां पर खनन की वसूली करते हुए यात्री कर अधिकारी सहित छह पुलिसकर्मियों को रंगे हाथ पकड़ लिया। एसएसपी मध्य प्रदेश के भिंड जिले से ट्रक में परिचालक बनकर चले थे। सीमा पर सिपाही ट्रक छोडऩे के एवज में रिश्वत मांगने लगे। एसएसपी की इस कार्रवाई में कुल 34 लोग गिरफ्तार किए गए। 11 बालू के ओवर लोड ट्रक व छह लग्जरी कारें भी पकड़ी गईं। करीब चार लाख नकद भी बरामद हुए।
एसएसपी वैभव कृष्ण ओवर लोडिंग व अवैध वसूली की सूचना पर ङ्क्षभड से एक ट्रक में पीआरओ जेपी यादव और क्राइम ब्रांच प्रभारी सतीश यादव संग परिचालक का भेष धर कर उदी मोड़ पर परिवहन के बैरियर पर पहुंचे। रात करीब 12 बजे यहां दो सिपाहियों ने पहले ट्रक चेक किया और फिर पांच हजार रुपये रिश्वत मांगी। उन्हें रंगे हाथों पकड़ लिया गया।
मौके पर ही परिवहन विभाग के फर्रुखाबाद के यात्री कर अधिकारी विकास अस्थाना निवासी सिकंदरा आगरा, परिवहन सिपाही रजनेश कुमार निवासी ग्राम नीवा-करहल मैनपुरी व कार का चालक जनवेद ङ्क्षसह निवासी फतेहपुरा-जसवंतनगर, उमेश चंद्र व राम प्रताप निवासी नीवा करहल-मैनपुरी और पुलिस के दो सिपाही लक्ष्मीकांत निवासी ग्राम करील, सोनई-हाथरस और शोभित कुमार निवासी जैतपुर, टप्पल-अलीगढ़ को पकड़ लिया गया।
इनके खिलाफ सीओ जसवंतनगर बीएस वीर कुमार ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम में बढ़पुरा थाने में मामला दर्ज कराया। इसके बाद एसएसपी मध्य प्रदेश को जोडऩे वाली सहसों थाने की सीमा पर पहुंचे। वहां पर सिपाही संजीव कुमार ढाका को प्रति ट्रक 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया। यहां पर 11 ट्रक ओवर लोड बालू के सीज किए गए और पांच कारें भी सीज की गईं। संजीव सहित 27 अन्य लोग गिरफ्तार किए गए। इन सभी के खिलाफ सीओ चकरनगर उत्तम सिंह ने मामला दर्ज कराया है।
एसएसपी वैभव कृष्ण ने बताया कि खनन की शिकायतें मिलने पर भी कार्रवाई न करने के मामले में यहां थानाध्यक्ष सहसों मनोज कुमार परमार, चौकी इंचार्ज हनुमंतपुरा संजय सिंह, थानाध्यक्ष बढ़पुरा दिनेश कुमार चौकी इंचार्ज उदी शशांक द्विवेदी सहित सिपाही संजीव ढाका, शोभित व लक्ष्मीकांत को निलंबित कर दिया गया है। परिवहन के यात्री कर अधिकारी और सिपाही के खिलाफ कार्रवाई के लिए विभाग को लिखा जा रहा है।
*मोलभाव के बाद दो हजार पर आ गए सिपाही*
इटावा में मध्य प्रदेश सीमा में आने वाले रास्तों पर लंबे समय से ओवर लोडिंग व खनन की शिकायतें मिल रहीं थी। इन शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए पिछले दिनों परिवहन मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने एक अलग से चेक पोस्ट बनाने के निर्देश दिए थे। इसके तहत उदी में चेक पोस्ट बनाई गई। यह चेकपोस्ट पर समस्या का निदान नहीं कर सकी। अवैध वसूली के चलते यहां से वाहन बेधड़क निकलते रहे। परसों यहां एसएसपी ने कार्रवाई की तो खनन माफिया की नींद उड़ गई। कल रातभर अफरा तफरी का माहौल बना रहा।
एसएसपी वैभव कृष्ण जब ट्रक में बैठकर उदी चेक पोस्ट पहुंचे तो सिपाहियों ने उनसे पांच हजार रुपये की मांग की। मोलभाव के बाद वह दो हजार पर आ गए। ट्रक में एसएसपी की जब जानकारी हुई तो सिपाहियों के हाथ पांव फूल गए। एसएसपी को सिपाहियों ने बताया कि चेक पोस्ट पर आने वाली वसूली को परिवहन विभाग व सिपाहियों के बीच बांटा जाता था।
*लग्जरी गाड़ी से आता था परिवहन का सिपाही*
पद सिपाही का, लेकिन शौक किसी अधिकारी से कम नहीं और हो भी क्यों नहीं जब सिपाही की जेब में वेतन से ज्यादा वसूली की रकम आ रही हो। लोगों ने बताया कि इस चेक पोस्ट पर ड्यूटी कर रहे परिवहन विभाग का सिपाही रजनेश कुमार स्विफ्ट डिजायर कार से आता है। इतना ही नहीं साथ में ड्राइवर सहित तीन अन्य लोग भी रहते थे। जो अवैध वसूली का काम करते थे।
*सहसों में कोड वर्ड से निकाले जाते थे ट्रक*
एसएसपी वैभव कृष्ण ने बताया कि सहसों थाने से कोडवर्ड से अवैध खनन के ट्रक रात में निकाले जाते थे। इन ट्रकों की संख्या 10 से लेकर 50 तक रहती थी। यह सारा काम सिपाही संजीव ढाका करता था। पहले 10 हजार रुपए प्रति ट्रक संजीव के पास पहुंच जाता था उसके बाद वह एक कोडवर्ड देता था, उस कोडवर्ड के आधार पर रात में ट्रक पास किए जाते थे।
यह जानकारी वहां के थानाध्यक्ष सहित सभी लोगों को थी। संजीव कुमार के पास से काफी रुपया नकद बरामद हुआ है। यही नहीं फूफ चौरेला मार्ग पर रात भर प्राइवेट कारों में खनन माफिया रुपया लेकर ट्रक को पास कराने के लिए घूमते थे। ऐसे ही 27 लोगों को पुलिस ने दबोचा है। एक बाइक भी बरामद की गई है। यह बाइक सहसों थाने के एक सिपाही की बताई गई है। हालांकि उसकी अभी जांच पड़ताल की जा रही है।
*ढाई माह पहले निलंबित हुए थे छह सिपाही*
इटावा के उदी चेक पोस्ट पर वसूली की शिकायतें मिलने पर ढाई माह पहले एसएसपी के निर्देश पर सीओ जसवंतनगर ने छापा मारा था और छह पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया था। इस मामले में पीटीओ के खिलाफ कार्रवाई के लिए लिखा गया था। उसके बाद भी परिवहन चेक पोस्ट पर कोई सुधार नजर नहीं आया है। इस चेक पोस्ट की जिम्मेदारी एआरटीओ प्रवर्तन के जिम्मे की गई है।
गौरतलब यह है कि यह स्थिति तब है जब प्रदेश के परिवहन मंत्री स्वतंत्र देव सिंह महीने में करीब तीन चार बार इटावा के दौरे पर आते हैं। वह जिले के प्रभारी मंत्री भी हैं। कल भी परिवहन मंत्री इटावा में थे। उनके निर्देश पर बनाए गए चेक पोस्ट में आधा दर्जन पीटीओ सहित परिवहन विभाग के कई सिपाही 24 घंटे ड्यूटी करते हैं। रात में अवैध वसूली व ओवर लोडिंग की शिकायतों का सिलसिला नहीं थमा है।