टिहरी,प्रतापनगर,छेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता सागर भंडारी ने कहा कि
विस्थापन एवम् पुनर्वास के मुद्दे को लेकर प्रदर्शन एवम् क्रमिक अनशन हम सब द्वारा किया गया था जिसे कि जिलाधिकारी महोदया टिहरी गढ़वाल के लिखित आश्वासन पर हम लोगों ने खत्म किया। हमने शाशन प्रशासन का मान सम्मान रखते हुए आंदोलन समाप्त कर शांतिपूर्वक ढंग से डोबरा चांठी पुल के उद्धघाटन कार्यक्रम को संपन्न होने में सहयोग किया। किन्तु अब सरकार द्वारा हम सब पर कूटनीति के तहत मुकदमा दर्ज़ किया गया है। ग्रामीणों को मुकदमे के माध्यम से डराया जा रहा है।
उन्होंने सरकार से आग्रह किया
कि ग्रामीणों के ऊपर से मुकदमा वापस लिया जाए। आंदोलन करना हमारा अधिकार है। जब से टिहरी बांध बनने की सूचना मिली
उद्घाटन से पूर्व सरकार सभी आंदोलनरत ग्रामीणों के समक्ष नतमस्तक थी एवम् हर दिन हमारी माता बहनों से विनती कर रही थी किन्तु अब हमारी माता बहनों एवम् युवाओं पर मुकदमा कर शासन प्रशासन ने अपना असली रंग दिखा दिया है।
सरकार से विनती है हमारी माता बहनों बुज़ुर्ग एवम् युवाओं पर से जल्द मुकदमा वापस ले ले अन्यथा हम सब एक बार फ़िर आंदोलन हेतु बाध्य होंगे।