नानकमत्ता। घर से नाबालिग को अगवा कर जंगल में उसके साथ दुष्कर्म का मामला प्रकाश में आया है। मुख्य आरोपी ने इस बारे में किसी को कुछ बताने पर उसे जान से मारने की धमकी भी दी। जब लड़की के फूफा ने पुलिस को तहरीर दी तो आरोपियों ने किशोरी को घर से फिर उठा लिया और धमकाया।
सोमवार को थाना क्षेत्र निवासी एक ग्रामीण ने पुलिस को तहरीर में बताया कि उसके साले की बेटी रविवार दोपहर घर में अकेली थी। इसी बीच, पड़ोसी गांव के दो युवक बाइक पर सवार होकर आए और नाबालिग को जबरन बाइक पर बैठाकर जंगल में ले गए। वहां बाइक सवार एक युवक ने नाबालिग के साथ दुष्कर्म किया और तीन घंटे तक किशोरी को जंगल में रखा। दोनों आरोपियों ने उसको जान से मारने की धमकी भी दी। बाद में जब किशोरी उनके चंगुल से छूटी तो उसने फूफा को आपबीती बताई। इस पर फूफा उसे लेकर थाने पहुंचा और तहरीर दी, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।
आरोप है कि पुलिस से शिकायत करने के बाद जब किशोरी और उसके फूफा घर पहुंचे तो मुख्य आरोपी ने अपने तीन साथियों के साथ मिलकर नाबालिग को फिर उठा लिया और एक स्थान पर ले जाकर दोबारा धमकाया। थाना पुलिस के कार्रवाई नहीं करने पर पीड़ित परिवार खटीमा सीओ के पास गया।
इधर, खटीमा के सीओ एमसी बिंजौला ने बताया कि फिलहाल ऐसा कोई मामला उनके संज्ञान में नहीं है। फिर भी मामले को दिखवाया जाएगा।
किशोरी के फूफा ने पुलिस से नाबालिग का मेडिकल कराने के साथ ही आरोपियों के विरुद्ध नामजद तहरीर सौंपकर कार्रवाई की मांग की है। फूफा ने बताया कि किशोरी की मां किसी मामले में जेल में है, जबकि उसका पिता अस्पताल में है।