प्रयागराज(जीतमणि पैन्यूली ):सरकार का धर्म होना चाहिए ,होता है पर धर्म की राजनीति करना नहीं होनी चाहिए।।सरकार का काम मंदिर, मस्जिद गिरजाघर बनाने का नहीं होताहै। यह कार्य धर्माचार्य पर सरकार को छोड़ देना चाहिए ।लोकतंत्र में इसकी अनुमति कानून ने नहीं दी है। सनातन हNभारत वर्ष में इसकी रक्षा करने के लिए आदि गुरू शंकराचार्य ने धर्म बचाने की परम् परा मंदिरों को बना कर डाली है। उसी परमपरा का अनुपालन करते हुए
गुरु भगवान श्री द्वय पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वरूपानंद
सरस्वती जी की धर्म संसद में फैसला लिया गया है कि आगामी 21फरवरी 2019को अयोध्या में रखी जायेगी राम मंदिर की आधारशिला। जानकारी है कि बाबर के वंशज ने राम मंदिर बनाने पर एक किलो सोने की ईंट देने का बचन श्री गुरु भगवान आदि शंकराचार्य श्री स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी महाराज को मध्यप्रदेश आश्रम में आकर दिया है।
जहाँ केन्द्र सरकार राम मंदिर के कारण फिर सत्ता में आने का नाटक जन भावनाओं को लेकर कर रही है यह ढपोरशंख सरकार चुनाव में कई वायदे कर आई जिसमें बेरोजगारी, रोजगार किसानों का कर्जा माफ् करने,15लाख खाते में डालने ,काला धन वापिस लाने आदि वायदे कर सब सत्ता के मदद में जहाँ भूल गये वहीं श्री मर्यादा पुरुषोत्तम राम को भी भूलकर कुम्भ कर्ण की चिर निद्रा में बड़े उद्योगपति यों की मोहनी माया से नरेंद्र मोदी जी बाहर निकल नहीं पाये।पर अब बहुत देर करदी मोदी जनाप जाते जाते।जनता सब देखकर ही अब फैसला लेगी वह देश के नेताओं को उनके कहने के लिए मनन कराने के लिए बहुत कुछ होगा।
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21फरवरी2019 को अयोध्या में श्री गुरु भगवान का आश्रीवाद लेकर श्री मर्यादा पुरुषोत्तम राम मंदिर के निर्माण के लिए काम करते रहे।