चन्द्रशेखर पैन्यूली : यदि आपको भी मेरी तरह लगता है कि संविधान द्वारा हमे जो धारा 19 a के तहत वाक अभिव्यक्ति की स्वतन्त्रता है और आप समाज और देश में घट रही विभिन्न घटनाओं को,बेबाकी से लिख और कह सकते हैं और आपको लगता है कि समाज की इन घटनाओं पर लिखो कहो, तो हो सकता है आपकी बातों को दबाने के लिए आप पर धारा 295 के तहत कार्यवाही करने की बात हो,आपकी समाज देश की घटनाओं पर की गयी,लिखी गयी बातों को रोकने के लिए आपके ऊपर दबाव बनाया जाये,जैसा कि मेरे साथ हुआ है,जो बात मेरे साथ हुई इस पर विस्तृत इस विषय पर अभी कुछ दिनों में लिखूंगा,पर इतना तो है इस तरह की घटना ने मुझे अंदर तक झकजोरा है,आखिर मुझ जैसे वसुधैव कुटुम्बकम की भावना रखने वाले राष्ट्रवादी विचारों को लेकर चलने वाले व्यक्ति से किसी को कैसे और क्या खतरा हो सकता है? खैर समय बलवान है ,किसी भी युवा को जो अपने देश,समाज की घटनाओं को लेकर चिंतित हो उस पर दबाव बनाया जा सकता है,अब तो लगता है धारा 19 a मुझ जैसे सामान्य परिवार से तालुक्कात रखने वाले युवा के लिए नही है ये तो बड़े धनाढ्यों के लिए है,बड़े बड़े आदमियों के लिए है।मुझ जैसे सामान्य परिवार के युवा के विचारों से न जाने कैसा खतरा हो रहा है,कैसा उन्माद हो रहा है,?वैसे आप सभी लोग मुझ द्वारा लिखी गयी बातों को पढ़ते ही होंगे ,तो आप भली भांति मेरे विचारों से,मेरी बातों से ,पर फिर भी हमे रडार पर रखा गया न जाने क्यों?पता नही हम किस ओर जा रहे हैं?जो हम अपने समाज और देश की घटनाओं पर लिख नही सकते,कह नही सकते।फिर भी यदि आप लोगों को भी लगता है कि मेरी पोस्ट खतरा पैदा करती है तो मैं इस पर खेद प्रकट करता हूँ।
आपका
चन्द्रशेखर पैन्यूली।
वाह रे लोकतंत्र वाह??
Sun Sep 16 , 2018