राहुल ने राष्ट्रीय राजधानी में सूखा राहत निधि के लिए आंदोलन कर रहे तमिलनाडु के किसानों से मुलाकात की। उन्होंने कहा, “मुझे समझ नहीं आता कि यह भेदभाव क्यों है। अगर प्रधानमंत्री ने देश के सबसे संपन्न लोगों को ऋण में राहत दी है, तो वे देश का निर्माण करने वाले किसानों को ऋण में राहत देने के लिए तैयार क्यों नहीं हैं।”
उन्होंने प्रधानमंत्री पर किसानों का अपमान करने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार को सूखा पीड़ित किसानों और उनके परिवार की तकलीफ की कोई चिंता नहीं है। राहुल ने सूखा राहत, ऋण माफ करने और किसानों की मदद करने की किसानों की मांगों को लेकर कहा कि ‘समाधान निकालना जरूरी है और इन लोगों को कम से कम इसके लिए बात शुरू करनी चाहिए।’