वेबसाइट ईएसपीएनक्रिकइंफो ने अपने सूत्र के हवाले से लिखा है, “पिछले तीन महीने से इस बात ने तूल पकड़ा है। न्यूजीलैंड और इंग्लैंड के खिलाफ खेली गई श्रृंखला में भी यह बात उठी थी। टीम का लगभग हर खिलाड़ी इस चर्चा में शामिल है।” यह बात पिछले कुछ महीने से उठ रही थी और खिलाड़ी बोर्ड के सामने अपनी इस बात को रखना चाहते थे। वेबसाइट के मुताबिक कोच अनिल कुंबले ने खिलाड़ियों की आय के मौजूदा ढांचे को पूरी तरह से बदलने की बात कही है ताकि खिलाड़ियों को बोर्ड की आय का अच्छा हिस्सा मिले सिर्फ कुछ प्रतिशत नहीं।
सर्वोच्च अदालत द्वारा बीसीसीआई का कामकाज देखने गठित की गई प्रशासकों की समिति (सीओए) के सामने इस महीने की शुरुआत में कुंबले ने खिलाड़ियों और सहयोगी स्टाफ की तरफ से बात रखी थी। वेबसाइट के सूत्रों के मुताबिक खिलाड़ी आने वाले दिनों में सीओए से मिल सकते हैं। बोर्ड ने पिछले सप्ताह ही खिलाड़ियों की वार्षिक आय में दोगुना इजाफा किया था। ग्रेड-ए के खिलाड़ियों को एक करोड़ की जगह दो करोड़ रुपये, ग्रेड-बी के खिलाड़ियों को 50 लाख से एक करोड़ और ग्रेड-सी के खिलाड़ियों को 25 लाख से 50 लाख रुपये देने की घोषणा की गई थी।