भारतीय निशानेबाजी टीम के सदस्यों को सीमा शुल्क अधिकारियों से अपनी बंदूकों और कारतूसों को मंजूरी नहीं मिल पाने के कारण 12 घंटे तक दिल्ली हवाई अड्डे पर परेशानी का सामना करना पड़ा। भारतीय निशानेबाज साइप्रस में विश्व कप में भाग लेकर लौट रहे थे जहां उन्होंने सात पदक जीते। इस 13 सदस्यीय टीम में चैन सिंह, गुरप्रीत सिंह, हीना सिद्धू और कयनान चेनाई जैसे निशानेबाज थे। वे सुबह साढ़े चार से लेकर पांच बजे तक अलग-अलग उड़ानों से इंदिरा गांधी हवाई अड्डे (आईजीआई) पर पहुंचे। इनमें से आठ निशानेबाज चेक गणराज्य और पांच दोहा से यहां पहुंचे थे।
बीजिंग ओलंपिक के स्वर्ण पदक विजेता अभिनव बिंद्रा ने उपकरणों को मंजूरी नहीं मिलने के कारण घंटों तक हवाई अड्डे पर फंसे रहने वाले निशानेबाजों की मदद नहीं करने के लिये भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ (एनआरएआई) की कड़ी आलोचना की और कहा कि क्या ऐसा भारतीय क्रिकेट टीम के साथ संभव है। बिंद्रा ने ट्वीट किया, ‘‘बहुत दुख है कि राष्ट्रीय निशानेबाजी टीम को आइजीआई हवाईअड्डे पर फंसी रही क्योंकि सीमा शुल्क विभाग ने उनकी बंदूकों को मंजूरी देने से इन्कार कर दिया था।’’
उन्होंने कहा कि आधिकारिक टीम मैनेजर ने खिलाड़ियों को इस मामले से खुद निबटने के लिये छोड़ दिया। बिंद्रा ने एनआरएआई और उसके अध्यक्ष रानिंदर सिंह को टैग करके एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘‘कुछ खिलाड़ियों से बात की और राष्ट्रीय महासंघ की तरफ से कोई मदद नहीं मिलना निराशाजनक है।’’