पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने कहा, ‘‘हमारे कानूनी सलाहकार ने लंदन में एक प्रतिष्ठित कानूनी फर्म से सलाह मश्विरे के बाद कानूनी नोटिस भेजा है जिसमें भारतीय बोर्ड से मुआवजा हासिल करने के लिये एक मजबूत कानूनी मामला तैयार किया है।’’ दोनों देशों के बोर्डों के बीच इस करार पर 2014 में हस्ताक्षर किये थे जिसके अंतर्गत पाकिस्तान ने आईसीसी में संचालन एवं वित्तीय मॉडल में ‘बिग थ्री’ का समर्थन किया था। सूत्र ने कहा कि कानूनी नोटिस में पाकिस्तान ने कहा है कि बीसीसीआई ने समझौते का सम्मान नहीं किया जबकि उसने आईसीसी अधिकारियों की मौजूदगी में इस पर हस्ताक्षर किये थे।
उन्होंने कहा, ‘‘नोटिस में यह भी कहा गया है कि भारत के लगातार इस करार के अनुसार खेलने से इनकार करने के कारण 2015 से तीन सीरीज नहीं खेली गयी जिसमें से दो की मेजबानी पाकिस्तान को करनी थी।’’ पीसीबी ने दावा किया कि उसे भारत के सीरीज खेलने से इनकार करने के कारण 20 से 30 करोड़ डालर का नुकसान हुआ जिसकी मेजबानी पाकिस्तान को करनी थी। उन्होंने साथ ही कहा, ‘‘हम मुआवजा हासिल करने के लिये अदालत या आईसीसी की विवाद निपटारा समिति के पास जाने के लिये तैयार हैं।’’