उन्होंने कहा कि अगर रूपा ने जेल में इस तरह की गतिविधियां देखी थी तो उन्हें पहले मुझे बताना चाहिए था न कि झुठे आरोप लगाने चाहिए थे।वहीं रूपा ने कहा कि ‘मैं कुछ दिनों के लिए सरकारी छूट्टी पर थी जब वापस आई तो जेल में कैदियों को दिए जा रहे स्पेशल ट्रीटमेंट को देख हैरान हुई। अगर डीजी जांच के लिए तैयार है तो जांच जरूर होनी चाहिए।’
गौरतलब है कि रूपा ने अपनी रिपोर्ट में डीजी एचएन राव (कारावास) पर सवाल खड़े किए हैं कि जेल में चल रही इन सभी गतिविधियों की जानकारी होने के बावजूद कोई एक्शन नहीं लिया गया।
रिपोर्ट में कहा गया है कि भ्रष्टाचार के आरोप में जेल में बंद शशिकला ने अपने लिए विशेष सुविधाओं को प्राप्त करने के लिए 2 करोड़ की रिश्वत दी है। डीजी पर काम में हस्तक्षेप करने का आरोप भी लगाया गया है।
रूपा ने पत्र लिखकर दोषी अधिकारियों पर कार्यवाही की मांग की है। उन्होंने पत्र लिखकर विरोध दर्ज कर कहा कि ‘शशिकला को जेल नियमों का उल्लंघन करते हुए विशेष रसोई दी गई है। इसके लिए दो करोड़ की रिश्वत देने की बात भी कही जा रही है।’