केंद्र सरकार अब प्रधानमंत्री जन-धन योजना के खाताधारकों को सामाजिक सुरक्षा देने पर राजी हो गई है। इसके तहत इन खाताधारकों को तीन वर्ष के लिए दो लाख रुपये का बीमा दिए जाने को लेकर सरकार ने मन बना लिया है। संभावना है कि इसको जल्द लागू भी कर दिया जाएगा। इसके पीछे सरकार का मकसद गरीब और पिछड़े तबके के लोगों को सामाजिक सुरक्षा देना है।
जन धन योजना में खुले 27 करोड़ अकाउंट
गौरतलब है कि देश में प्रधानमंत्री जन धन योजना (PMJDY) के तहत करीब 27 करोड़ अकाउंट खोले गए हैं। इनमें से 16 करोड़ को अब तक आधार कार्ड से भी जोड़ा जा चुका है। इसके तहत सरकार की कई योजनाओं से खाताधारकों को सीधा जोड़ा सकेगा। एक अंग्रेजी अखबार की खबर के मुताबिक यदि सरकार के अपनी विचाराधीन योजना के मुताबिक ख्ााााताधारकोंं को एक्सीडेंट और और जीवन बीमा का कवर एक साथ देती है तो उसको करीब 9000 करोड़ रुपये का अनुमानित भार वहन करना होगा। इस संबंध में सरकार को कई प्रपोजल भी मिले हैं। एक प्रपोजल में इसकी बीमा के तहत प्रीमियम की राशि को केंद्र द्वारा ही वहन करने का सुझाव भी दिया गया है। सुझाव के तहत करीब तीन वर्षों तक यह राशि केंद्र को ही वहन करनी चाहिए।
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सामाजिक सुरक्षा के लिए कार्यक्रम
गौरतलब है कि सरकार ने वर्ष 2014 में सामाजिक सुरक्षा कार्यक्रम के तहत प्रधामंत्री सुरक्षा बीमा योजना (PMSBY), प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (PMJJBY) और अटल पेंशन योजना (APY) की शुरुआत की थी। इसके पीछे सरकार का मकसद कमजोर आयवर्ग के लोगों को वित्तीय सुविधा प्रदान करना था। इस संबंध में वित्त मंत्रालय द्वारा पेश किए गए आंकड़ों के मुताबिक प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना के तहत करीब 3.06 लोगों ने खुद को पंजीकृत करवाया है। वहीं प्रधामंत्री सुरक्षा बीमा योजना के तहत करीब 9.72 करोड़ लेागों ने खुद को पंजीकृत करवाया था।
कई मामलों में निपटारा हो चुका है
आंकड़ों के मुताबिक इन विभिन्न योजनाओं में से प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना के अंतर्गत करीब 44,720 क्लेम रजिस्टर्ड हुए थे जिसमें से करीब 40,375 क्लेम को निपटा भी दिया गया है। वहीं प्रधामंत्री सुरक्षा बीमा योजना के तहत करीब 8,821रजिस्टर्ड हुए जिसमें से 5,878 मामलों को निपटा दिया गया है।