मशहूर लेखक पाउलो कोल्हो ने कहा है कि यदि हॉलीवुड भेदभावकारी नहीं हो तो सुपरस्टार शाहरूख खान ‘माई नेम इज खान’ में अपने अभिनय के लिए एकेडमी पुरस्कार के लिए पात्र थे.
उनहत्तर वर्षीय उपन्यासकार ने करण जौहर निर्देशित इस फिल्म की सातवीं वषर्गांठ पर इस अभिनेता की प्रशंसा की है.
पाउलो ने लिखा है, ‘माई नेम इज खान और आई एम नॉट ए टेरेरिस. इस शानदार फिल्म की सातवीं वषर्गांठ पर बधाई हो’.
‘द एलेकेमिस्ट’ के लेखक ने अपने फेसबुक पेज का स्क्रीनशॉट भी पोस्ट किया है.
उसमें लिखा है, ‘उनकी पहली और एकमात्र फिल्म जिसे मैंने देखी, वह ‘माई नेम इज खान है’ वैसे यह फिल्म वर्ष 2008 में रिलीज हुई थी. यह फिल्म न केवल शानदार थी बल्कि शाहरूख खान ऑस्कर के हकदार थे बशत्रे हॉलीवुड में जोड़तोड नहीं हो’.