नायडू ने संवाददाता सम्मेलन में जोर देकर कहा कि तीन तलाक का मुद्दा मुस्लिम महिलाओं की गरिमा के साथ जीने और समानता का अधिकार में एक बाधा है। इसका राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि तीन तलाक एक धार्मिक मुद्दा नहीं है क्योंकि शरियत में भी इसको मंजूरी नहीं दी गई है। उन्होंने सभी राजनीतिक दलों से नकारात्मक राजनीति को खत्म करने और रचनात्मक और सकारात्मक राजनीति का सहारा लेने के लिए संकल्प लेने की अपील की ताकि देश और लोगों की ऊर्जा का बेहतर उपयोग हो सके।
मंत्री ने स्पष्ट किया कि लोकसभा के लिए कोई मध्यावधि चुनाव नहीं होगा। उन्होंने कहा कि पार्टी अध्यक्ष अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पार्टी कार्यकर्ताओं से 2019 के लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुट जाने और कड़ी मेहनत करने को कहा है। उन्होंने कहा,हमें पांच वर्षों के लिए जनादेश मिला है जिसे हम पूरा करेंगें और चुनाव 2019 में ही होगा।