पीएम नरेंद्र मोदी यूपी के विकास की जिम्मेदारी किसको देना चाहते हैं,यह तुरुप का पत्ता शनिवार को ही खुलेगा। भाजपा के पर्यवेक्षक भी अभी तक अंधेरे में ही हैं। रेस में सबसे आगे चल रहे मनोज सिन्हा यह कह कर बचने की कोशिश कर रहे हैं कि वह किसी रेस में शामिल नहीं हैं पर उनको भाजपा और विरोधी दलों से मिल रही बधाई से यह लग रहा है कि कुर्सी उनके ही भाग्य में है।
लांकि बाकी दावेदारों ने अभी हिम्मत नहीं हारी है। भाजपा को यूपी में मिले प्रचंड बहुमत के बाद वहां ऐसे व्यक्ति की जरूरत है जो जात-पात से ऊपर उठ विकास पर फोकस कर सके।