कमांडेंट, आर्मी कमांडेंट और स्टाफ कालेज द्वारा आयोजित एक संगोष्ठी का उद्घाटन करते हुए महत ने कहा, ‘‘ लंबे समय से हमारे पड़ोसियों के साथ रिश्तों का इस्तेमाल सत्ता हासिल करने और एक पार्टी के हितों को पूरा करने के लिए एक टूल के तौर पर करते रहे हैं.’’
काठमांडो पोस्ट की रिपोर्ट में उन्होंने कहा कि सत्ता पाने और पार्टी हित पूरा करने के साधन के तौर पर पड़ोसी देशों के साथ रिश्तों के इस्तेमाल से राष्ट्रवाद कभी मजबूत नहीं होगा.