विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बागले ने कहा कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को ईमेल के जरिए और सोशल मीडिया पर पाकिस्तानी नागरिकों की ओर से चिकित्सा वीजा के लिए ढेरों अनुरोध मिलते रहते हैं। बागले ने कहा, “हमने चिकित्सा वीजा पर रोक नहीं लगाया है..” उन्होंने कहा, “बीते वर्षो के दौरान हजारों पाकिस्तानी नागरिकों को चिकित्सा वीजा दिए गए। अब सीधे विदेश मंत्री को इस तरह के वीजा के लिए अनुरोध मिलने लगे हैं।”
सुषमा सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय हैं और विदेशों में रह रहे भारतीयों की समस्याएं सुनती रहती हैं। बागले ने कहा, “उन्हें ईमेल और सोशल मीडिया पर इस तरह के निवेदन मिलते रहते हैं। उनकी विश्वसनीयता जांचने के लिए हमने सुझाव दिया कि निवेदन करने वाले पाकिस्तान के विदेश मंत्री या विदेश मामलों के सलाहकार का सिफारिशी पत्र पेश करें।” उन्होंने कहा, “सोशल मीडिया पर यह पता करना बेहद मुश्किल है कि निवेदन करने वाला व्यक्ति सच में समस्याग्रस्त है। अगर वह साथ में सिफारिशी पत्र पेश करता है तो हम तत्काल चिकित्सा वीजा जारी कर देते हैं।