रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि मिसाइल ने समुद्र में गिरने से पहले करीब 500 किलोमीटर उड़ान भरी. मिसाइल के सही प्रकार का अभी पता नहीं चल पाया है.
मंत्रालय ने अपने बयान में कहा, ‘ऐसा माना जा रहा है कि उत्तर कोरिया द्वारा आज के मिसाइल प्रक्षेपण का मकसद अपनी परमाणु एवं मिसाइल क्षमताओं का दिखावा कर दुनिया का ध्यान अपनी ओर आकषिर्त करने का था’.
इसने कहा, ‘ऐसा भी माना जा रहा है कि यह नए अमेरिकी प्रशासन की प्रतिक्रिया को जानने के लिए की गई एक भड़काऊ कार्रवाई है’.
योनहाप समाचार एजेंसी ने कहा कि दक्षिण कोरिया की सेना को संदेह है कि उत्तर कोरिया शायद एक मध्यम दूरी वाली मुसुदान मिसाइल का परीक्षण कर रहा है.
पिछले साल अक्तूबर में भी उत्तर कोरिया ने इसी एयर बेस से दो बार मुसुदन मिसाइलों का परीक्षण किया था. इस माह की शुरूआत में अमेरिकी रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस ने अपनी सोल यात्रा के दौरान प्योंगयोंग को चेतावनी दी थी कि किसी भी तरह के परमाणु हमले के लिए ‘प्रभावी एवं भीषण’ प्रतिक्रिया का सामना करना पड़ेगा.