मेजर जनरल बक्शी ने आशंका व्यक्त की है कि हो सकता है कि पाकिस्तान के ‘अमानवीय अत्याचारों’ से जाधव मारा जा चुका हो और पाकिस्तान इस ‘न्यायिक हत्या’ को छिपाने का प्रयास कर रहा हो। उन्होंने राष्ट्रीयता और देशभक्ति पर आयोजित दो दिवसीय संगोष्ठी में कहा, ‘उसका अपहरण किया गया, बलूचिस्तान ले जाया गया और उसे वह सब कुछ कबूल करने के लिए अमानवीय यातनाएं दी गईं जो उसने की ही नहीं।’
मेजर जनरल बक्शी ने कहा, ‘हमें संदेह है कि जाधव को इतनी यातनाएं दी गईं कि उसकी मौत हो गई और यह तथाकथित सुनवाई न्यायिक हत्या को छिपाने के लिए उठाया गया कदम है। उन्होंने कहा, ‘इसलिए हमारे वकीलों को पाकिस्तानी अदालतों में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर करना चाहिए और जाधव को अदालत तथा मीडिया के सामने पेश करने की मांग करनी चाहिए।’