बीती दिनों नैनीताल के धानी में माओवादी पोस्टर मिलने की घटना में पुलिस की तफ्तीश तेज बताई जाती है। वहीं बुधवार अल्मोला जिले के सोमेश्वर में कुछ ऐसे ही संदेश लिखे पोस्टर मिलने से हड़कंप मच गया। बताया जाता है कि सोमेश्वर में माओवादी के नाम पर संदेश लिखे पोस्टर कई जगह चस्पा किए गए हैं। पुलिस द्वारा मामले की जांच शुरू करने की बात सामने आ रही है। विधानसभा चुनाव में कई दिग्गज नेताओं की साख सीधे तौर पर दांव में लगी है। सत्तर विधानसभा सीटों में से कुछ विधानसभा सीटें ऐसी भी हैं जहां पर कि चुनाव मैदान में खड़े प्रत्याशियों के लिए यह चुनाव आखिरी मौका हो सकता है, यदि परिणाम सोच के अनुरूप आया तो ही आलाकमान अगले चुनाव के लिए मोहलत दे सकता है। भाजपा और कांगे्रस दोनों ही दलों में ऐसे प्रत्याशी काफी संख्या में हैं। जहां एक ओर चुनाव आयोग के निर्देशन पर प्रशासनिक मशीनरी मतदान प्रतिशत बढ़ाने की कवायद कर रही है, वहीं माओवादी तत्व चुनाव में खलल डालने को मानों आतुर हैं। मिली जानकारी के अनुसार अल्मोड़ा जिले के सोमेश्वर में राहुल गांधी के दौरे से एक दिन पहले माओवादी पोस्टर लगे मिले हैं। वहां के महात्मा गांधी इंटर कलेज में माओवादी पोस्टर लगे होने से हड़कंप की स्थिति है। पोस्टरों पर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के नाम पर सन्देश लिखे हुए हैं। उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के सोमेश्वर स्थित महात्म गांधी इंटर कलेज में माओवादियों ने पोस्टर चस्पा किए हैं। सुबह उजियारा होते ही लोगों की निगाह इन पोस्टरों पर पड़ी तो हड़कंप मच गया। बताया जाता है कि इसके अलावा चनौदा क्षेत्र में जगह-जगह पोस्टर और दीवार पर नारे लिखे मिले हैंं। सूचना मिलने के बाद पुलिस प्रशासन की नींद उड़ी बताई जाती है। मौके पर पहुंची पुलिस और एलआईयू की टीमों ने पोस्टर आदि हटाए।
पोस्टरों में स्थानीय भाजपा और कांग्रेस उम्मीदवारों को हराने और संघर्ष शुरू करने को लेकर स्लोगन लिखे गए हैं। यहां गौर करने वाली बात है कि सोमेश्वर से कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल बागी रेखा आर्य भाजपा उम्मीदवार हैं। ऐसे में जब गुरुवार को सोमेश्वर में कांग्रेस उपाध्यक्ष की रैली है, तो माओवादी पोस्टरों ने पुलिस प्रशासन की नींद उड़ा दी है। पोस्टरों पर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के नाम पर सन्देश लिखे हुए मिले हैं। गौरतलब है कि हाल ही में नैनीताल जिले के धानी में भी माओवादी पोस्टर लगाए गए थे। पुलिस ने इस मामले में 9 लोगों को चिन्हित कर धरपकड़ शुरू की थी।