देहरादून। देश भर में नागरिकता संशोधन कानून यानि सीएए को लेकर विपक्षी दलों के विरोध के बीच बीजेपी अब इस कानून के समर्थन में जनता के बीच जा रही है। लेकिन इससे पहले पार्टी होमवर्क कर रही है। होमवर्क यानी कि अपने मंत्रियों विधायकों को इस कानून के बारे में अच्छी तरह समझाया जा रहा है ताकि जब वह इस पर बात करें तो गच्चा न खा जाएं। देश में नागरिकता संशोधन कानून का विरोध थम नहीं रहा है। यह राहत की बात है कि उत्तराखंड में इसका विरोध कहीं भी हिंसक नहीं हुआ है और सभी जगह से शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शनों की ही खबरें आ रही हैं। राज्य में सीएए के विरोध में शनिवार को भी कांग्रेस का प्रदर्शन है।
बीजेपी इस मामले में अब बैकफुट पर नहीं रहना चाहती और इसलिए वह अपने विधायकों, मंत्रियों को सीएए का समर्थन करने के लिए मैदान में उतार रही है। लेकिन पार्टी यह भी जानती है कि आधी-अधूरी जानकारी से खुद उसकी भी किरकिरी हो सकती है. इसलिए बीजेपी इस मामले पर सभी को तैयार कर रही है। सीएए को लेकर बीजेपी शनिवार 28 दिसंबर को पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में एक बड़ी बैठक करने जा रही है। इसमें पहले बीजेपी अपने विधायकों और मंत्रियों को नागरिकता संशोधन कानून के बारे में बताएगी फिर विधायक और मंत्री जनता के बीच जाकर उन्हें समझाएगे कि आखिर इस एक्ट में है क्या और इससे होगा क्या।
इसे ऐसे भी कहा जा सकता है कि बीजेपी सीएए पर अपने नेताओं, विधायकों और पदाधिकारियों की क्लास लगाने जा रही है ताकि जब वह जनता के बीच जाएं तो उन्हें खुद इस एक्ट की पूरी जानकारी रहे। वह विरोधियों के सवालों के जवाब देने की स्थिति में रहें।