देहरादून: हरिद्वार में फर्जी दस्तावेजों से शिक्षक बने चार और संदिग्ध एसआइटी की रडार पर आ गए हैं। शिक्षा विशारद की अमान्य डिग्री वाले इन चारों शिक्षकों को एसआइटी ने नोटिस जारी कर दिए हैं। नोटिस का जवाब मिलने पर इनके खिलाफ भी मुकदमे की संस्तुति की जाएगी। इनमें से एक शिक्षा अधिकारी का करीबी बताया जा रहा है।
राज्य में फर्जी डिग्री लेकर शिक्षक बनने वालों की सीबीसीआइडी की एसआइटी जांच कर रही है। अभी तक करीब 180 शिक्षक जांच के दायरे में आए हैं। इनमें से हरिद्वार के 12 शिक्षक पहले से ही रडार पर चल रहे हैं। इनकी बर्खास्तगी की कार्रवाई भी हो गई है। जबकि, कुछ के खिलाफ मुकदमे दर्ज किए गए।
इसके अलावा हर्रावाला में भी अनुदानित अशाकीय स्कूल के चार शिक्षकों के खिलाफ भी फर्जी डिग्री पर मुकदमा दर्ज हो चुका है। ताजा मामला हरिद्वार के नेहरू जूनियर विद्यालय और प्राथमिक विद्यालय रुड़की का सामने आया है। इन दोनों स्कूलों के चार शिक्षकों की डिग्री भी शिक्षा विशारद की है। एनसीटीई ने शिक्षा विशारद की डिग्री को पहले ही शिक्षक बनने के लिए अमान्य करार कर दिया था।
एसआइटी ने भी इसी आधार पर इन शिक्षकों को जांच में शामिल करते हुए नोटिस जारी कर दिए हैं। नोटिस का जवाब मिलने के बाद मुकदमे की कार्रवाई की जाएगी। इधर, एसआइटी की टीम ने रुड़की जाकर इन शिक्षकों को नोटिस सौंपे हैं। एसआइटी प्रभारी एएसपी श्वेता चौबे का कहना है कि शिक्षा विशारद वाले शिक्षकों की डिग्री फर्जी है। नोटिस का जवाब मिलने पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।