सूचना एवं प्रसारण मंत्री नायडू ने बताया, ‘‘सुरक्षा के सन्दर्भ में यह देश हित के लिए जरूरी है क्योंकि महत्वपूर्ण लोगों को सुरक्षित रखा जाना चाहिए। वैसे कोई अलग से तरजीही व्यवहार नहीं है।’’ उनका यह बयान सरकार द्वारा एम्बुलेंस और दमकल जैसे आपात वाहनों को छोड़कर अन्य वाहनों पर लाल बत्ती के प्रयोग पर रोक लगाने के फैसले के एक दिन बाद आया है। वीआईपी संस्कृति को समाप्त करने के केन्द्र के निर्णय के बारे में उन्होंने कहा, ‘‘हर व्यक्ति वीआईपी है और यही हमारी सरकार का दर्शन है।’’
उन्होंने उम्मीद जतायी कि राज्य सरकारें भी लाल बत्ती का प्रयोग त्यागेंगी अन्यथा उन्हें लोगों के गुस्से का शिकार होना पड़ेगा। रामजन्मभूमि बाबरी मस्जिद विवाद पर प्रश्न किये जाने पर नायडू ने कहा कि मामला पिछले कई सालों से चल रहा है और इसमें कुछ भी नया नहीं है। उन्होंने इस बारे में कुछ भी विस्तार से नहीं कहा कि भाजपा के बारे में बाबरी मस्जिद ढहाने के मामले में सुप्रीम कोर्ट के आदेश का क्या प्रभाव होगा।