केदारनाथ यात्रा मार्ग में घोड़े-खच्चर संचालकों की अवैध वसूली से तीर्थयात्री को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।इसकी वजह से कइयों ने तो बीच रस्ते में ही यात्रा छोड़ दी। जिसके बाद प्रशासन की नींद टूटी है। और अब उसने सख्ती बरतनी शुरू कर दी है। यात्रियों का आंकड़ा 40 हजार के पार जा चुका है। यात्रा बेहतर चलने से जहां जिला प्रशासन में खुशी देखने को मिल रही है,वहीं इस बार यात्रा मार्ग से जुड़े व्यापारियों के चेहरों पर भी चमक है। लेकिन केदार यात्रा के पैदल पड़ाव पर यात्रियों को दिक्कतों से भी जूझना पड़ रहा है।
घोड़े-खच्चर संचालकों की बदसलूकी और दुर्व्यवहार से यात्री परेशान हैं। यही नहीं सरकारी दरों को छोड़ घोड़े-खच्चर संचालक मनमाना किराया भी वसूल रहे हैं। पैसे लेने के बाद भी यात्रियों को बीच रास्ते में ही छोड़ने के भी कई मामले सामने आए हैं। इस बारे में जिलाधिकारी रंजना वर्मा का कहना है कि उन्हें कुछ घोड़े-खच्चर संचालकों द्वारा यात्रियों से र्दुव्यवहार करने की जानकारी मिली है। उन्होंने इसकी जांच करने और दोषियों पर कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया है।