घरेलू दर्शकों के सामने खेल रहे विजार्ड्स ने वी. आर. रघुनाथ द्वारा 15वें मिनट में पेनाल्टी कॉर्नर पर किए गए गौल की बदौलत 1-0 से बढ़त हासिल की. वहीं कलिंगा लांसर्स जर्मनी के स्ट्राइकर मॉरित्ज फुस्र्ते द्वारा 15वें और 51वें मिनट में किए गए गोलों की बदौलत जीत के काफी करीब तक पहुंच गए थे. मेजर ध्यानचंद स्टेडियम में हुया यह मैच 2-2 से ड्रॉ पर समाप्त हुआ.
पीलाट ने लेकिन अंतिम क्षणों में पेनाल्टी कॉर्नर को गोल में बदलते हुए मेजबान विजार्ड्स को हार से बचा लिया. लीग नॉकआउट दौर के काफी करीब है और टीमें एक-एक अंक के लिए जूझने लगी हैं.
मैच का पहला क्वार्टर बेहद रोमांचक रहा. दोनों ही टीमों ने आक्रामक खेल का नजारा पेश किया. क्वार्टर की समाप्ति के करीब आते-आते दोनों ही टीमों ने एक-एक गोल किए.
विजार्ड्स को पहला पेनाल्टी कॉर्नर मिला, जिस पर रघुनाथ ने कोई गलती नहीं की. लेकिन लांसर्स भी तुरंत पेनाल्टी कॉर्नर हासिल करने में कामयाब रहे और कप्तान फुस्र्ते ने भी इस अवसर को नहीं गंवाया.
दूसरे क्वार्टर में लांसर्स के गोलकीपर एंड्र चार्टर ने दो शानदार गोल बचाए. लांसर्स ने इसी क्वार्टर में एक पेनाल्टी कॉर्नर हासिल किया, लेकिन वे चूक गए.
लांसर्स ने यहां से विजार्ड्स पर कई जोरदार हमले किए. बेल्जियम के स्ट्राइकर वैन डोरेन के खतरनाक शॉट को देश के स्टार गोलकीपर पी. आर. श्रीजेश ने विफल कर दिया.
लांसर्स ने अखिरी क्वार्टर में हमलों की गति और तेज कर दी, जिसका उन्हें फायदा भी मिला. दो बार ओलम्पिक चैम्पियन टीम का हिस्सा रह चुके फुस्र्ते ने फिर से पेनाल्टी को गोल में बदल अपनी टीम को 2-1 से आगे कर दिया.
मैच समाप्त होने में सिर्फ नौ मिनट रह गए थे और 1-2 से पीछे हो गई विजार्ड्स ने वापसी के हाथ-पांव मारना तेज कर दिय. उन्होंने कई हमले भी किए, लेकिन सफलात नहीं मिली.
मैच समाप्त होने की सिटी बजने से ठीक पहले उत्तर प्रदेश को पेनाल्टी कॉर्नर मिला और हार को टालने का उनके पास यह एकमात्र मौका था.