मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री डॉ महेन्द्र नाथ पांडेय ने लोकसभा में एक सवाल के लिखित जवाब में बताया कि जीईआर प्रतिशत के मामले में भारत का स्तर 25.53 प्रतिशत, श्रीलंका का 19.28 प्रतिशत और पाकिस्तान का 10.35 प्रतिशत है। वहीं, इस मामले में चीन (39.9 प्रतिशत) और अमेरिका (86.66 प्रतिशत) के साथ कहीं आगे है।
उन्होंने कहा कि जीईआर उच्च शिक्षा में नामांकन मापने का एक माध्यम है। इसमें 18 से 23 वर्ष आयु वर्ग के लोग शामिल किए जाते हैं। अंतरराष्ट्रीय जीईआर तुलना में 18 से 22 वर्ष के आयु वर्ग के जनसंख्या समूह को शामिल किया जाता है। देश में उच्च शिक्षा में नामांकन को सकल नामांकन अनुपात (जीईआर) के जरिए।