मदन पैन्यूली/ बड़कोट – — यमुनोत्री धाम के कपाट 9 नवंबर को बंद श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिए गए थे इसके साथ ही यमुनोत्री तीर्थ पुरोहित समाज सहित आम लोगों ने सरकार पर आरोप लगाया है कि 16 जून से यमुनोत्री बरसात में यमुनोत्री धाम में भारी तबाही हुई थी। मंदिर को जोड़ने वाली एक पुलिया बह गई थी। मंदिर को पहले ऊपरी पहाड़ी से खतरा था। अब मंदिर के निचले हिस्से को खतरा हो गया है। मंदिर के नीचे की ओर बना गर्म पानी का कुंड भी क्षतिग्रस्त हो गया था। मंदिर तक जाने का पैदल रास्ता जानकी चट्टी से मंदिर तक बदहाल है। कई जगहों पर रास्ता जानलेवा है। जिसके चलते 4 माह बीत जाने के बाद भी आज तक सरकार ने यमुनोत्री धाम की सुध नहीं ली । पुरोहित समाज ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत का पुतला फूंका। मंदिर समिति के पूर्व उपाध्यक्ष पवन उनियाल का कहना है की यमनोत्री धाम के लिए मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया था की यमुनोत्री धाम का ताजा पुनर्निर्माण केदारनाथ की तर्ज पर किया जाएगा । लेकिन आज 4 माह बीत जाने के बाद भी कोई भी निर्माण कार्य नहीं हुआ है इसके चलते तीर्थ पुरोहित सहित यमुनोत्री की जनता ने सरकार के खिलाफ विरोध जताया है । तथा यमुना के भाईके खरसाली यमुना मंदिर के प्रांगण में मुख्यमंत्री का पुतला भी फूंका । तीर्थ पुरोहित समाज ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावतको 6 महीने के अंदर सरकार गिरने का भी आशीर्वाद दिया ।यमुनोत्री क्षेत्र की जनता सरकार से नाराज है ! उनका कहना है इसका खामियाजा राज्य की भाजपा सरकार को निकाय चुनाव एवं आगामी लोकसभा चुनाव में भी देखने को मिलेगा ! दूसरी ओर धाम के कपाट बंद के अवसर पर मंदिर समिति ने जिलाधिकारी डॉ०आशीष चौहान पर भी आरोप लगाया है कि जिलाधिकारी कपाट बंद के अवसर पर यमुनोत्री धाम नहीं पहुंचे केवल फेसबुक पर फोटो खिंचवाने के लिए राम मंदिर तक ही पहुंच पाए। इस मौके पर पूर्व मंदिर समिति के उपाध्यक्ष पवन उनियाल ,बागेश्वर उनियाल, प्रदीप, उनियाल, वेद प्रकाश उनियाल , कुलदीप उनियाल दिवाकर , सुभाष उनियाल सहित तमाम क्षेत्र के समाजसेवी एवं प्रतिनिधि मौजूद रहे।
राज्यपाल श्रीमती बेबी रानी मौर्य ने परेड ग्राउण्ड में ग्राम्य विकास विभाग द्वारा आयोजित सरस मेले का उद्घाटन किया
Sat Nov 10 , 2018