देहरादून: खराब वाल्वो व एसी बसों को मार्ग से हटाने के साथ ही अन्य मांगों को लेकर रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद के सदस्यों ने आइएसबीटी पर बी डिपो में धरना दिया। कर्मचारी कार्य बहिष्कार पर रहे, जिससे बसों के संचालन पर भी असर पड़ा। कर्मचारियों का कहना है जबतक उनकी मांगे पूरी नहीं होती तब तक बहिष्कार जारी रहेगा।
परिषद के प्रांतीय महामंत्री रामचंद्र रतूड़ी ने बताया कि पिछले चार साल से कर्मियों का अतिकाल भत्ता तक नहीं दिया गया है। इसके अलावा लंबित भुगतान देने का क्रम भी शुरू नहीं हुआ, जबकि प्रबंधन ने वादा किया था कि मार्च तक लंबित भुगतान को जारी कर दिया जाएगा। निगम में बसों का बेड़ा नहीं बढ़ाया जा रहा।
परिचालकों से दफ्तरों में कार्य लिया जा रहा, जबकि पूर्व में खुद प्रबंध निदेशक ने आदेश दिया था कि परिचालकों से बसों पर ही ड्यूटी ली जाएगी। उन्होंने बताया कि बी डिपो में हालात सबसे ज्यादा खराब हैं। वहीं आक्रोशित कर्मचारियों ने प्रबंधन के विरोध में नारेबाजी भी की। इस मौके पर डिपो के शाखा अध्यक्ष भरत असवाल और मंत्री अमरीश जड़ समेत दर्जनों कर्मचारी मौजूद रहे।
यूनियन भी आंदोलन को तैयार
देहरादून मंडल स्तर पर कर्मचारियों की विभिन्न मांगों को लेकर उत्तरांचल रोडवेज कर्मचारी यूनियन भी आंदोलन को तैयार हो गई है। यूनियन ने आइएसबीटी पर 16 मार्च से बेमियादी धरना-प्रदर्शन करने की चेतावनी दे दी है। यूनियन ने परिचालकों की प्रोन्नति के साथ ही अनुबंधित ढाबों पर यात्रियों और कर्मचारियों का उत्पीड़न बंद किए जाने की मांग की है।
साथ ही डीजल चोरी कर रहे अनुबंधित आपरेटरों पर कड़ी कार्रवाई समेत देहरादून मंडल में कार्यरत एसकेएस एजेंसी की विजिलेंस जांच कराने की मांग की है। समय से वेतन देने और नए मार्गों पर बसें संचालित करने की भी मांग की गई।