रुड़की। शहर के सोनालीपुरम के नाले पर हाल में बनी दीवार हल्की बारिश भी नहीं झेल पाई। बारिश के कारण दीवार भरभराकर गिर गई, जिसमें नगर निगम ने काफी धन खर्च किया था। लोगों का कहना है कि दीवार अधिकारियों की लापरवाही और भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है और समय रहते गुणवत्ता पर ध्यान दिया होता तो दीवार नहीं ढहती। साथ ही लोगों ने निगम की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं। दरअसल, कुछ दिनों पहले पालिका द्वारा सोनालीपुरम स्थित नाले पर दीवार बनवाई गई थी, जोकि बीते दिनों हुई बारिश के चलते ढह गई। जिसकी क्षेत्रीय पार्षद पति रमेश जोशी ने मुख्य नगर आयुक्त से लिखित शिकायत की है। उधर मुख्य नगर आयुक्त ने जेई को तलब कर कड़ी फटकार लगाई। साथ ही विभाग को उनका एक महीने का वेतन भी काटे जाने का आदेश दिया। वही, संबंधित ठेकेदार के खिलाफ नोटिस जारी कर कार्रवाई शुरू कर दी है।अभी तीन पार्षदों की शिकायत का मामला ठंडा भी नहीं हुआ था कि सोनालीपुराम स्थित नाले की दीवार गिरने का मामला भी सामने आ गया। जिससे नगर निगम के अधिकारियों की कार्य प्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं। पार्षद पति रमेश जोशी ने आरोप लगाते हुए कहा कि जेई और ठेकेदार की सांठ-गांठ से नाले की दीवार का निर्माण कराने में घटिया सामग्री का उपयोग किया गया है। इतना ही नहीं, उन्होंने नगर निगम के अधिकारियों पर भ्रष्टाचार का भी आरोप लगाया। वहीं, पार्षद पति रमेश जोशी का कहना है कि नगर निगग के अधिकारी जनता की समस्याओं पर कोई ध्यान नहीं देते हैं। उन्होंने कहा कि स्थानीय लोग नगर निगम को काफी सहयोग करते हैं। लेकिन नगर निगम के कुछ अधिकारियों की वजह से विभाग की छवि खराब हो रही है।