विशाल भंडारे के साथ पुराणों का समापन ।
बडकोट – ब्यूरो
व्यापार मंडल बड़कोट के सौजन्य से इस वर्ष ब्यापार मण्डल भवन में ब्रह्मवैवर्त पुराण एवं लिंग पुराण का आयोजन किया । सप्त दिवसीय पुराणों के सम्पन दिवस पर सभी श्रद्वालुओ ने बाबा बौखनाग कि डोली से आशीर्वाद लेकर क्षेत्र की खुशहाली के लिए कामना की । वही इस वर्ष ब्रह्मवैवर्त पुराण के वक्ता जयंती प्रसाद सेमवाल ने अपने प्रवचन में कहा है कि ब्रह्मवैवर्त पुराण वेदमार्ग का दसवाँ पुराण है। अठारह पुराणों में प्राचीनतम पुराण ब्रह्मवैवर्त पुराण को माना गया है। इस पुराण में जीव की उत्पत्ति के कारण और ब्रह्माजी द्वारा समस्त भू-मंडल, जल-मंडल और वायु-मंडल में विचरण करने वाले जीवों के जन्म और उनके पालन पोषण का सविस्तार वर्णन किया गया है। वही लिग पुराण के वक्ता मनोज गैरोला ने कहा है कि लिंग पुराण’ की कथा भाग ‘शिव पुराण’ के समान ही है। शैव सिद्धान्तों का अत्यन्त सरल, सहज, व्यापक और विस्तृत वर्णन जैसा इस पुराण में किया गया है, वैसा किसी अन्य पुराण में नहीं है। इस पुराण में कुल एक सौ तिरसठ अध्याय हैं। पूर्वार्द्ध में एक सौ आठ और उत्तरार्द्ध में पचपन अध्याय हैं। इसमें शिव के अव्यक्त ब्रह्मरूप का विवेचन करते हुए उनसे ही सृष्टि का उद्भव बताया गया है। ब्यापार मण्डल अध्यक्ष राजाराम जगूड़ी ने सभी व्यापार भवन एवं यज्ञ में सहयोग करने वाले श्रद्धालुओं का धन्यवाद ज्ञापित किया उन्होंने कहा है कि ब्यापार मण्डल ने अठारह पुराणों का संकल्प ले रखा है । उसे अगले वर्ष भी श्रावण मास भब्य रूप दिया जायेगा । यज्ञ की पूर्णाहुति के बाद विशाल भंडारे का आयोजन किया गया जिसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने भण्डारे का प्रसाद ग्रहण किया ।
इस अवसर यमनोत्री बिद्यायक संजय डोभाल,आचार्य मुन्शी राम बेलवाल,अनिल बिजल्वाण, गीताराम गैरोला, बिंद्रा प्रसाद, प्रवेश नौटियाल,विकास डिमरी, संगीताचार्य रामस्वरूप थपलियाल, शुशील उनियाल, जितेंद्र नौटियाल, ब्यापार मण्डल के महामंत्री धनबीर रावत, मनोज अग्रवाल, राजेश उनियाल,राकेश जैन,शांतिप्रसाद बेलवाल,एम, एन पेटवाल,जमुना प्रसाद, सुरेंद्र रावत, कैलाश, भगवान सिंह, त्रेपन ,मोहित ,राहुल,मदन,सुभाष,सुनील,जयसिंह , सोहन सिंह,सहित सैकड़ों कि संख्या में ब्यापारियों सहित श्रद्धालु मौजूद रहे।