
हरिद्वार। हिन्दी सिनेमा के दिग्गज मशहूर निर्देशक व फिल्म अभिनेता मनोज कुमार की अस्थियां शनिवार को हरकी पैड़ी पर गंगा में विसर्जित की गई। इस मौके पर उनका पूरा परिवार व शुभचिंतक मौके पर मौजूद रहे।
शनिवार की सुबह मनोज कुमार के दोनों पुत्र और परिवार के कई सदस्य अस्थियां लेकर हरकी पैड़ी पहुंचे।जहां वैदिक मंत्र उच्चारण के साथ उनके तीर्थ पुरोहित ने हरकी पैड़ी ब्रह्मकुंड पर अस्थि का विसर्जन कराया। उनके पुत्र कुणाल ने कहा कि मां गंगा में अस्थि विसर्जन की है। और मां गंगा से वे उनकी आत्मा की शांति के लिए कामना कर रहे है।
गौरतलब है कि मनोज कुमार सिर्फ एक बालीवुड के एक मशहूर अभिनेता ही नही थे। उन्होंने कई यादगार देश भक्ति और सामाजिक फिल्मों का निर्देशन भी किया। साठ से लेकर अस्सी के दशक तक उनके द्वारा बनाई गयी फिल्मों ने दर्शकों के दिलों पर अपनी छाप छोडी। उन्होंने अपनी फिल्मों के माध्यम से देशवासियों में देशभक्ती की भावना जगाने का काम किया। साथ ही उनकी कई फिल्मों में तत्कालीन देश के आम आदमी की समस्याओं को बखूबी दर्शाया गया था। नवरात्रों में उनके निधन के बाद राजकीय सम्मान के साथ मुंबई में उनका अंतिम संस्कार किया गया था।आगे पढ़ें
पुलिस ने अफीम की खेती की नष्ट
उत्तरकाशी। पुलिस व एसओजी टीम ने छापेमारी कर 15 नाली अफीम की खेती नष्ट की। पुलिस की इस कार्यवाही से पूरे क्षेत्र में हड़कंप की स्थिति देखने को मिली।
प्राप्त जानकारी के अनुसार ड्रग्स फ्री देवभूमि मिशन के अन्तर्गत पुलिस अधीक्षक उत्तरकाशी के निर्देशन उत्तरकाशी पुलिस द्वारा चलाये जा रहे नशामुक्त के तहत जनपद पुलिस द्वारा अवैध कारोबार/नशीले पदार्थाे का जड से खात्मा करने के लागातार प्रयास किये जा रहे हैं। थाना पुरोला पुलिस व एसओजी की संयुक्त टीम द्वारा एक सटीक जानकारी जुटाते हुये शनिवार को थाना पुरोला क्षेत्रान्तर्गत स्थित गांव बिजौली, सेमलसारी के बर्नी खुशियाबाग तोक के बजलाडी, पमाडी छानियों/क्यारियों छापेमारी कर करीब 0.3 हेक्टेयर (15 नाली) भू-भाग पर पैदा की गयी प्रतिबन्धित अफीम / पोस्त की खेती का विनिष्टीकरण किया गया।
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बड़ा हादसाः देवप्रयाग में तीन सौ मीटर गहरी खाई में गिरकर अलकनंदा में समाया वाहन
रेस्क्यू टीम ने एक महिला को बाहर निकाला,अन्यों की तलाश जारी
टिहरी। शनिवार सुबह देवप्रयाग थाना क्षेत्र में बागवान के पास एक थार गाड़ी अनियंत्रित होकर सड़क से लगभग 300 मीटर नीचे गहरी खाई में गिरने के बाद अलकनंदा में समा गयी। गाड़ी में चार से पांच लोगों के सवार होने की बात सामने आ रही है। सूचना मिलते ही पुलिस और एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और रेस्क्यू अभियान शुरू कर दिया। गाड़ी में सवार लापता लोगों की तलाश की जा रही।
शनिवार सुबह देवप्रयाग पुलिस को सूचना मिली किया बागवान के पास एक गाड़ी अनियंत्रित होकर गहरी खाई में गिर गयी है। इस हादसे की सूचना मिलते ही देवप्रयाग थाना प्रभारी महिपाल रावत अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। एसडीआरएफ के जवानों के साथ मिलकर रेस्क्यू कार्य युद्धस्तर पर शुरू किया गया। शुरुआती रेस्क्यू ऑपरेशन में एक महिला को खाई से बाहर निकाल लिया गया है। उसे प्राथमिक उपचार के लिए नजदीकी अस्पताल भेजा गया है। फिलहाल महिला की पहचान और स्थिति की जानकारी नहीं दी गई है।
थाना प्रभारी महिपाल रावत ने बताया कि हादसे की सूचना मिलते ही तत्काल बचाव दल रवाना किया गया। राहत-बचाव कार्य में काफी मुश्किलें आ रही हैं। क्योंकि खाई काफी गहरी और दुर्गम है। गाड़ी के मलबे तक पहुंचने में समय लग रहा है। दुर्घटनास्थल के आसपास स्थानीय ग्रामीण भी राहत कार्य में पुलिस की मदद कर रहे हैं। फिलहाल लापता लोगों की संख्या की आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है। चश्मदीदों के अनुसार गाड़ी में चार से पांच लोग सवार थे। हादसे के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है. एसडीआरएफ और पुलिस का सर्च और रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
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तेज बारिश के बाद पानी के साथ आया मलबा,दबे बस और ट्रक
टिहरी। जनपद में तेज बारिश ने जन जीवन अस्तव्यस्त हो गया है। भारी बारिश के बाद ऋषिकेश-गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर चंबा में अधिक मात्रा में मलबा आने से एक बस और ट्रक उसमे दब गए।
बस ड्राइवर ने बताया कि वे गाड़ी के अंदर बैठे थे। तभी ऊपर गदेरे से पानी और मलबा एक साथ आ गया। पानी के साथ मलबा इतनी तेजी से आया कि उन्हे बस हटाने का समय तक नहीं मिला। देखते ही देखते बस मलबे की चपेट में आ गई। ड्राइवर ने बताया कि उन्होंने बस निकालने की काफी कोशिश की। लेकिन वो अपने प्रयास में सफल नहीं हो सके।
प्रत्यक्षदर्शियों ने आरोप लगाया कि नेशनल हाईवे के ऊपर हो रहे निर्माण कार्यों के कारण ये मलबा आया। लोगों ने कहा कि वो पहले भी ऊपर डाले गए मलबे को लेकर वो डीएम को जानकारी दे चुके थे। लेकिन उनकी बात नहीं सुनी गई। लापरवाही दिखाने के कारण ये हादसा हो गया। बस और ट्रक मलबे में दब गए।
गौरतलब है कि बुधवार को भी उत्तराखंड में मूसलाधार बारिश हुई थी। उस बारिश ने गढ़वाल से लेकर कुमाऊं तक कहर बरपाया था। चमोली जिले को थराली में बरसाती नाले में अचानक बहुत अधिक पानी आया और देखते ही देखते मलबे का ढेर लग गया था। उस मलबे में 10 से ज्यादा वाहन दब गए थे।