अध्यक्ष पद के लिए चार प्रत्याशी मैदान में हैं
मदन पैन्यूली बड़कोट। राजकीय महाविद्यालय बड़कोट में छात्र संघ चुनाव में अध्यक्ष पद के लिए चार प्रत्याशी मैदान में हैं। जबकि उपाध्यक्ष पद पर एक ही प्रत्याशी का नामांकन हुआ है। नामांकन करवाने के बाद सभी प्रत्याशी चुनाव प्रचार में जुट गए हैं
राजकीय महाविद्यालय बडकोट में शनिवार आठ सितंबर को उपाध्यक्ष को छोड़ सभी पदों पर छात्रसंघ चुनाव संपन्न कराये जाएंगे। इसी दिन चुनाव परिणामों की घोषणा तथा शपथ ग्रहण कार्यक्रम भी संपन्न होगा। महाविद्यालय प्राचार्य डॉक्टर एके तिवारी व छात्रसंघ चुनाव अधिकारी डॉक्टर विजय बहुगुणा ने जानकारी देते हुए बताया है कि महाविद्यालय में सभी पदों पर छात्र संघ चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया पूरी होने के बाद अध्यक्ष पद के लिए चार प्रत्याशियों ने नामांकन करवाया है। वही सचिव पद के लिए दो सह सचिव पद के लिए दो कोषाध्यक्ष पद के लिए 2 तथा विश्वविद्यालय प्रतिनिधि पद के लिए 3 छात्रों ने नामांकन करवाया है। जबकि उपाध्यक्ष पद पर नामांकन की तय समय सीमा के अंदर एक ही प्रत्याशी ने नामांकन करवाया है। उपाध्यक्ष पद पर नितेश कुमार का एक ही नामांकन होने से निर्विरोध चुना जाना तय हो गया है। शेष पदों पर आठ सितंबर को 8.30 बजे से 1 बजे तक मतदान होगा। इसी दिन दो बजे से मतगणना होगी तथा मतगणना सम्पन्न होने के बाद विजयी प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की जायेगी। इसी दिन विजयी प्रत्याशियों का शपथ ग्रहण कराया जाएगा। प्राचार्य डॉक्टर एके तिवारी ने कहा है कि छात्र संघ चुनाव लिंगदोह समिति की सिफारिशों के अनुरूप सम्पन्न कराये
राज्य आंदोलनकारियों के आश्रितों को दें पेंशन
बड़कोट। उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलनकारी संगठन ने राज्य आंदोलनकारियों के आश्रितों को पेंशन देने की मांग की। आंदोलनकारियों ने एसडीएम बड़कोट के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा। आंदोलनकारियों ने ज्ञापन में लिखा है कि जिन राज्य निर्माण आंदोलनकारियों की मृत्यु हो चुकी है, उनके आश्रितों को सरकार द्वारा पेंशन नहीं दी जा रही है। राज्य निर्माण आंदोलनकारियों का कहना है कि वर्ष 2009 में शासन द्वारा जारी शासनादेश के अनुसार राज्य निर्माण आंदोलनकारियों के आश्रितों को पेंशन दी जानी थी। लेकिन, पूर्व में जारी शासनादेश के मुताबिक आंदोलनकारियों के आश्रितों को पेंशन सुविधा आज तक भी प्रदान नहीं की गई है। आंदोलनकारियों ने मुख्यमंत्री से मृतक आंदोलनकारियों के आश्रितों को शीघ्र पेंशन सुविधा देने की मांग की। ज्ञापन देने वालों में राज्य निर्माण आंदोलनकारी संगठन के अध्यक्ष विशालमणि बंधानी, केंद्रीय प्रवक्ता बाल गोविंद डोभाल, भगवती भद्री, चैन सिंह रावत, वासुदेव डिमरी, सुरेंद्र चौहान, जीवानंद आदि शामिल रहे।
पृथक यमुनोत्री जनपद की मांग को लेकर 23 दिनों से चल रही भूख हड़ताल केंद्रीय गृह मंत्री के आश्वासन पर आज समाप्त कर दी
बड़कोट/उत्तरकाशी। यमुनोत्री को जिला बनाए जाने की मांग को लेकर रवांईघाटी के लोगों की विगत 23 दिनों से जारी भूखहड़ताल को स्थानीय विधायक व पूर्व खेलमंत्री ने जूस पिलाकर खत्म करवा दिया है। पृथक जिले की मांग को बनाई गई संघर्ष समिति की मांग को केंद्रीय गृह मंत्री के समक्ष रखा गया है। साथ ही सूबे के मुख्यमंत्री से भी शीघ्र इस सम्बंध में वार्ता का आश्वासन दिया गया है। वहीं हड़ताल पर बैठे स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि शीघ्र उनकी मांगों पर सकारात्मक कार्यवाही नहीं की गई तो वे दोबारा भूख हड़ताल जैसे कदम उठाने को विवश होंगे।
पृथक जिले की मांग को लेकर बनी संघर्ष समिति के अध्यक्ष अबल चंद कुमाई ने बताया कि यमुनोत्री विधायक व पूर्व खेल मंत्री नारायण सिंह राणा सहित समिति का एक प्रतिनिधि मंडल ने केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात कर मांग को उनके सम्मुख रखा जिस पर गृह मंत्री ने जल्द ही इस मुद्दे को सूबे के मुख्यमंत्री से वार्ता कर निर्णय लिए जाने का आश्वासन दिया है।
गुरुवार को यमुनोत्री विधायक केदार सिंह एवं पूर्व खेल मंत्री नारायण सिंह राणा जिला पंचायत अध्यक्ष जसोदा राणा ने धरना स्थल पहुंचकर भूख हड़ताल पर बैठे लोगों से वार्ता की और जल्द कार्यवाही का आश्वासन देकर उन्हें जूस पिलाकर हड़ताल खत्म करवाई। वहीं मामले में संघर्ष समिति अध्यक्ष अबल चंद कुमाई उन्होंने कहा कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं हो जाती आंदोलन जारी रहेगा।
भूख हड़ताल पर बैठे कामरेड बलवीर सिंह, फकीरा लाल, महावीर, जयेन्द्र सिंह, पूर्वी देवी, सुनैना, जगदम्बा देवी, रणवीर सिंह आदि ने चेतावनी दी है कि पृथक जिले की मांग को लेकर आंदोलन खत्म नहीं हुआ है केवल भूखहड़ताल स्थगित की गई है। इस मौके पर विशाल मणि रतूड़ी रामानंद डबराल भरत सिंह चौहान चंडी प्रसाद बिजल्वाण शांति प्रसाद बेलवाल महिपाल सिंह प्रताप सिंह बाल गोविंद डोभाल सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे।