*उत्तरकाशी में अवैध नशा कारोबारी की धरपक्कड लगातार जारी ।
24.61 ग्राम स्मैक के साथ 01 मुख्य स्मैक सप्लायर को किया गिरफ्तार ।
उत्तरकाशी । ब्यूरो
Drugs Free Devbhoomi-2025 के तहत उत्तरकाशी पुलिस द्वारा अवैध नशा तस्करों पर लगातार लगाम कसी जा रही है। जनपद के युवा एवं तेजतर्रार *पुलिस अधीक्षक, अर्पण यदुवंशी* द्वारा उत्तरकाशी में नशे के अवैध कारोबार पर पूर्ण रुप से प्रतिबन्ध लगाये जाने हेतु सभी क्षेत्राधिकारी, कोतवाली/थाना प्रभारी, एस0ओ0जी0 व एएनटीएफ की टीम को एक्टिव मोड पर रखा है। सभी को अवैध नशा तस्करों कडी कार्रवाई करने के निर्देश दिये हुये है। अवैध नशा तस्करों के विरुद्ध लगातार चलाये जा रहे धरपक्कड अभियान के क्रम में *पुलिस उपाधीक्षक उत्तरकाशी,अनुज कुमार एवं पुलिस उपाधीक्षक ऑपरेशन, प्रशान्त कुमार* के निकट पर्यवेक्षण तथा *एसएचओ धरासू* की देखरेख में *धरासू पुलिस व एस0ओ0जी0 उत्तरकाशी की संयुक्त टीम द्वारा जाल बुनते हुये गत रात्रि में चैकिंग अभियान चलाया गया, चैकिंग के दौरान पुराना थाना धरासू पुल के पास से नीरज कुमार पुत्र वेदपाल सिंह निवासी अम्बेडकर कॉलोनी प्रथम डी0एल0 रोड निकट तारा डेरी थाना डालनवाला, देहरादून, उम्र 35 वर्ष को वाहन सं0 UK 08AP 6136(S-Cross) 24.61 ग्राम अवैध स्मैक की तस्करी करते हुये गिरफ्तार* किया गया। अभियुक्त *नीरज स्मैक का मुख्य तस्कर/सप्लायर है, जो बरेली से स्मैक खरीदकर देहरादून, उत्तरकाशी व अन्य पहाडी जिलों मे सप्लाई करता है। उत्तरकाशी पुलिस द्वारा अवैध स्मैक के कारोबार में संलिप्त पूर्व में गिरफ्तार किये गये कुछ अभियुक्तों द्वारा भी मुख्य सप्लार नीरज कुमार के नाम का खुलासा किया है।*
गिरफ्तारी/बरामदगी के आधार पर उक्त अभियुक्त के विरुद्ध थाना धरासू पर *धारा 8/21/60 NDPS Act* में अभियोग पंजीकृत किया गया। मामले मे अग्रिम विधिक कार्यवाही जारी है। अभियुक्त के आपराधिक इतिहास की जानकारी जुटाई जा रही है। आज अभियुक्त को माननीय न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया जायेगा। बरामद माल- 24.61 ग्राम अवैध स्मैक, कीमत करीब- 2,50,000 रु0/आंकी गयी । बरामद करने वाली करने वाली पुलिस टीम में
अशोक कुमार- SOG प्रभारी , विनोद पंवार- व0उ0नि0,थाना धरासू, हे0कानि0 अरविन्द गिरी- कानि0 अजय चन्देल- थाना धरासू SOG उत्तरकाशी टीम शामिल थी ।
गिरफ्तारी व बरामदगी करने वाली पुलिस टीम की सराहना करते हुये पुलिस अधीक्षक उत्तरकाशी द्वारा उत्साहवर्धन हेतु टीम को 5,000 का पुरस्कार देने की घोषणा की गयी।