उत्तरकाशी :- गंगोत्री से गंगा जल ले जा रहे शिव भक्त जलाभिषेक पर लगाए गए प्रतिबंध से निराश ।
उत्तरकाशी: आज रविवार को सावन महीने की शिवरात्रि मनाई जा रही है शिवरात्रि के मौके पर बड़ी संख्या में स्थानीय कांवड़िए जल भरने गंगोत्री धाम पहुंचे. इस दौरान बड़ी संख्या में कांवड़िए पैदल ही गंगोत्री धाम पहुंच जल भरा और अपने गंतव्य की तरफ बढ़ चले. वहीं, गंगोत्री आने वाले सभी स्थानीय कांवड़ियों की भटवाड़ी पुलिस चौकी सहित हर्षिल थाना और गंगोत्री धाम में रजिस्ट्रेशन चेक किया जा रहा है.शिवरात्रि के मौके पर गंगोत्री से गंगाजल भर रहे है ,वही तीन-चार दिनों से टिहरी और उत्तरकाशी के कांवड़िए गंगोत्री धाम जल भरने के बाद पैदल अपने अपने शिवालयों में पहुंच रहे हैं. हालांकि गंगोत्री में कावंड़ियों को मां गंगा के भोग मूर्ति के दर्शन नहीं हो रहे हैं. वही गंगोत्री धाम में कोई भी यात्रियों के लिए ठहरने व खाने पीने की व्यवस्था न होने के कारण शिव भक्त मां गंगा के मंदिर के बाहर दर्शन-पूजन कर वापस अपने गंतव्य को रवाना हो रहे हैं. लेकिन इस वर्ष मात्र स्थानीय निवासी ही गंगा जल लेने गंगोत्री पहुंच है .जनपद उत्तरकाशी में कोरोना वायरस संक्रमण में लगातार वृद्धि होने के मध्यनजर जिलाधिकारी उत्तरकाशी व उप जिला मजिस्ट्रेट भटवाड़ी उत्तरकाशी के आदेशानुसार जनपद में मंदिरों/धार्मिक स्थलों में जलाभिषेक इत्यादि आयोजन/गतिविधियों हेतु श्रद्धालुओं के आगमन पर रोक लगाई गई है।
सभी से अपील की गई है कोई भी मंदिर में जलाभिषेक करने न आये ,आपको बता दे पिछले दो दिन में बड़ी संख्या में भोले भक्त कावड़ लेने गंगोत्री धाम पहुंच रहे। लेकिन जिला प्रशासन की सूचना के बाद गंगोत्री धाम से पैदल जल लेकर आ रहे शिव भक्त बड़े निराश हुए है ,शिव भक्तों का कहना है कि प्रशासन अगर मन्दिरो में जलाभिषेक पर रोक लगनी थी तो गंगोत्री धाम में बड़ी संख्या में भोले भक्तों को इन दिनों जाने की अनुमति क्यो दी गयी और अब हम जलाभिषेक कहा करेगें ।