उत्तरकाशी :- 01 किलो 610 ग्राम अवैध चरस के साथ एक तस्कर गिरफ्तार।
*पुलिस टीम को एस0पी0 उत्तरकाशी ने 10000 रु0 का नगद पुरस्कार दिया ।
उत्तरकाशी :- ब्यूरो
पुलिस अधीक्षक उत्तरकाशी, पी0के0 राय* नशा तस्करों के विरुद्ध एक्टिव मोड पर हैं, वह एक के बाद एक अवैध नशा कारोबारी को सलाखों के पीछे भेज रहे हैं, जनपद उत्तरकाशी को नशामुक्त बानाना उनका मुख्य लक्ष्य बना रखा है, जिसके लिये उनके द्वारा नशे के अवैध कारोबार के विरुद्ध सभी क्षेत्राधिकारियों, थाना प्रभारी,एसओजी व एडीटीएफ की टीम को एक्टिव मोड व रोड पर रखा है, जनपद में नशा उन्मूलन हेतु “नशामुक्त उत्तरकाशी” अभियान को प्रभावी रुप देने को उनके द्वारा सभी को निर्देश जारी कर रखे हैं। नशामुक्त उत्तरकाशी अभियान को लगातार सफल बनाते हुये कल एसओजी उत्तरकाशी/कोतवाली की टीम को मिली सफलता के बाद *क्षेत्राधिकारी बड़कोट, सुरेन्द्र भण्डारी के पर्यवेक्षण तथा *उ0नि0 अशोक कुमार, थानाध्यक्ष पुरोला/प्रभारी एसओजी यमुनावैली* के नेतृत्व में *पुरोला पुलिस व एसओजी की संयुक्त टीम* द्वारा नशे के खिलाफ *बड़ी कार्रवाई करते हुये जाल बुनकर गत रात्रि में लीसा डिप्पो नौगांव रोड, पुरोला से बृजमोहन चौहान उर्फ सावणिया निवासी ग्राम- देवजानी तह0 मोरी, उत्तरकाशी, उम्र 39 वर्ष , को 01 किलो 609.5 ग्राम अवैध चरस के साथ गिरफ्तार किया गया।
बरामदगी व गिरफ्तारी के आधार पर उक्त तस्कर के विरुद्ध थाना पुरोला पर *धारा 8/20 NDPS Act* के तहत अभियोग पंजीकृत किया गया। *अभियुक्त बृजमोहन का पुरोला मे मोरी रोड पर चाय का ढाबा है, चाय की आड़ मे वह अवैध नशे का कारोबार कर रहा था, वह चरस को आस-पास के गांवो से सस्ते दाम पर इकट्ठा करता है, जिसको वह अच्छे मुनाफे के लिये चोरी-छुपे ट्रक/वाहन चालकों और वहाँ पर आने-जाने वाले मजदुरों को बेचता है।* अभियुक्त के आपराधिक इतिहास की जानकारी जुटाई जा रही है, अभियुक्त को आज माननीय न्यायलय के समक्ष प्रस्तुत किया जायेगा ।बरामदगी व गिरफ्तारी करने वाली पुलिस टीमः*
1- उ0नि0 श्री अशोक कुमार- थानाध्यक्ष पुरोला/प्रभारी एसओजी यमुनावैली
2- कानि0 मुकेश तोमर- थाना पुरोला
3- कानि0 कुंवर सिंह- थाना पुरोला
4- कानि0 दिनेश बाबू- थाना पुरोला
5- कानि0 अजय दत्त- एसओजी यमुनावैली
6- कानि0 सुनील जयाडा- एसओजी यमुनावैली।
आदि पुलिस कर्मी शामिल थे ।
गिरफ्तारी/बरामदगी करने वाली पुलिस टीम की सराहना करते हुये पुलिस अधीक्षक उत्तरकाशी द्वारा उत्साहवर्धन हेतु टीम को 10,000 रु0 का नगद पुरस्कार दिया गया।