उत्तराखंड हित मे अपनी भूमिकाओं की समीक्षा के लिए वेब मीडिया पत्रकारों की बैठक के लिए बधाई
देहरादून,मित्रों उत्तराखंड वेबसाइटों संचलन करने वाले साथियों की चिंता वर्ष 2013 में संज्ञान लिया तब से इस दिशा में कार्य करने वाले लोगों साथ लेने का प्रयास किया जिसके फलस्वरूप पत्रकार बन्दुओं ने प्रदेशाध्यक्ष का दायित्व सौंपा उसका निर्वाहन बखूबी निभाया जारहा है।इसके फलस्वरूप पत्रकारिता दिवस पर मधुवन होटल राजपुर रोड़ में सफल बैठक सम्पन्न हुई जिसमें निर्णय लिया गया है कि पूर्व में लिए गए निर्णय पर अपेक्षा कृत कार्यवाही करने के लिए उत्तराखंड के सांसद लोगों से उत्तराखंड सरकार के साथ साथ केन्द्र सरकार को लिखा जाय ।हमारी पहली विजय के लिये नेता प्रतिपक्ष अजय भट्ट जी ने सरकार को लिखा है वर्तमान में प्रदेश अध्यक्ष के साथ साथ सांसद भी हैं।सम्भवतः इस महीने के आखिरी या प्रथम सप्ताह में उन्हें मिलते हुए केंद्र सरकार से सम्बंधित मांगे पर भी कार्यवाही करने के लिए कहा जायेगा और राज्य सरकार के लिए पत्र लिखा जाएगा क्योंकि सरकारी मशनरी विधायक सांसद के पत्रों पर मुख्यमंत्री के आदेश पर नुक्ताचीनी कर भी कुछ कार्यवाही करती है पिछले पत्र में 27 विधायकों नेता प्रतिपक्ष ,अध्यक्ष, उपाध्यक्ष की संस्तुति पर कार्यवाही की गई।यह कार्यवाही पहले हो जाती पर कुछ संघठनों ने पोर्टल को सीधे विज्ञापन देने के लिए सूची बद करने का प्रयास किया गया जिसपर कार्यवाही की जनकारी नहीं दी गई ।इस बीच महानिदेशक सूचना के तबादले से कार्यवाही करने के लिए नए महानिदेशक को समझने में समय लगना स्वाभाविक है। उत्तराखंड वेब पोर्टल एसोसिएशन उत्तराखंड का पहला संघठन है जो संघठनों सभी सदस्यों के लिये मिलकर आय बढ़ाने का काम करता है।असल मे मुदों पर विभाग भटकाने का कार्य कर रहा है।मसलन आपके पास् प्रमाण पत्र है तो उस प्रमाण पत्र के लिये उत्तर पुस्तिका को भी दिखाया जाय किसी पत्रकार ने सूचना विभाग के अधिकारियों को पूछा कि जब अपने विभाग में आवेदन किया है तो अपने अपने प्रमाण पत्रों की उत्तर पुस्तिकाओं को भी लगाया था साथ में ऐसा पत्रकार की पेंशन प्रकरण पर किया जारहा है कि आपने काम किया तब के अखबार की कटिंग को संलग्न किया जाय तुगलकी फरमान जारी होरहा है पर संघठनों के नेता अपनी ऊंचाई बढ़ाने के हथकण्डे तो अपनाने लगें हैं पर जो सुरवात 2013 में पेंशन योजना लागू करने के लिए की उसकी चिंता उनको इस लिये नहीं है कि उनकी उम्र अभी नहीं है।तो ऐसे लोगों को संघठन चलाने की उम्मीद करना बेईमानी इसलिए है कि उनको अपना भविष्यफल दिखाई देता है। आप लोग अपने सुझाव डिजायेगा उनको समलित करने के लिए आप लोगों को चाय पिलाने के साथ चर्चा करने लिये पुनः माधवन में वहां के आरक्षण में समय निकाल ने का प्रयास कर जनहित में कष्ट देने के लिए बुलाया जाएगा आप आने का कष्ट करें।
हिंदी पत्रकारिता दिवस पर मधुवन होटल में बैठक सम्पन
उत्तराखंड हित मे अपनी भूमिकाओं की समीक्षा के लिए वेब मीडिया पत्रकारों की बैठक 21 जुलाई019 रविवार
उत्तराखंड न्यूज़ पोर्टल संचालित करने वाले वेब मीडिया के पत्रकारों ने देहरादून में आज एक बड़ी बैठक की और बदलते दौर में उत्तराखंड के हितों की रक्षा के लिए अपनी भूमिकाओं के बारे में नए सिरे से समीक्षा की शुरुआत से ही काफी गरमा गरम बातचीत के साथ शुरू हुई यह बैठक गरमा गरम चाय पकौड़े के दौर के साथ समाप्त हुई।
लगभग दो घंटे चली इस बैठक के इस दौरान वेब मीडिया के पत्रकारों ने अपनी जिम्मेदारी और उत्तराखंड के पाठकों द्वारा मिली ताकत के बारे में गहन चिंतन मनन किया बैठक में सभी पत्रकार इस नतीजे पर एकमत थे कि आज लोग सबसे अधिक और सबसे त्वरित सूचनाएं वेब मीडिया से ही प्राप्त करते हैं, लिहाजा वेब मीडिया पत्रकारों के कंधों पर बड़ी जिम्मेदारियां खुद-ब-खुद आ गई हैं।
एक और सबसे बड़ी चुनौती और जिम्मेदारी खबरों के प्रति विश्वसनीयता बनाए रखने की महसूस की गई। सभी पत्रकारों ने यह निर्णय लिया कि वेब मीडिया के पत्रकारों को समय रहते अपने लिए आचार संहिता बनानी होगी ताकि ज्यादा व्यवस्थित और अनुशासित तरीके से उत्तराखंड के हितों की रक्षा के लिए अपनी भूमिका निभाई जा सके इस बात पर भी चर्चा की गयी कि आज जो भी व्यक्ति न्यूज़ पोर्टल संचालित कर रहे हैं उनका कोई रिकॉर्ड नहीं है, इसलिए इस बात की आवश्यकता महसूस की गई कि न्यूज़ पोर्टल बनाने के लिए पहले या बाद में राज्य सूचना विभाग अथवा एक नियामक तंत्र के अंतर्गत पंजीकरण अनिवार्य किया जाना चाहिए ताकि राज्य में कितने न्यूज पोर्टल सक्रिय है,इसका ब्योरा संकलित किया जा सके।
साथ राज्य सूचना विभाग से विज्ञापनों के लिए एंपैनलमेंट के तौर तरीकों में भी सुधार किए जाने की आवश्यकता महसूस की गई।
बैठक में वेब मीडिया के पत्रकारों को मान्यता प्रदान करने के विषय में भी परिचर्चा की गई। गौरतलब है उत्तराखंड इक्का-दुक्का राज्यों में शामिल है जहां सबसे पहले वेब मीडिया के लिए विज्ञापन नियमावली बनाई गई है। इसके लिए एक दशक से विभिन्न सरकारों के साथ कई दौर की बैठकों का वाकिया भी याद किया गया।
यही कारण है कि आज उत्तराखंड में हरीश रावत सरकार में न्यूज़ पोर्टल के लिए विज्ञापन मान्यता नियमावली बनाई गई।
बैठक में वेब मीडिया के पत्रकारों ने इस बात पर एकजुट होकर सहमति जताई कि वे उत्तराखंड के हितों के लिए एकजुट होकर अपना योगदान देंगे और चाहे सरकार किसी भी दल की क्यों ना हो वे उत्तराखंड के हितों के लिए प्रतिबद्ध रहेंगे।
पत्रकारों ने इस बात को भी महसूस किया और गंभीरता से इस बात पर चर्चा की कि वे किसी भी घटना के प्रति जिस दृष्टिकोण से रिपोर्टिंग करते हैं दूसरे दिन या शाम को चैनल और अखबार उस दृष्टिकोण की उपेक्षा नहीं कर सकते, इसलिए वेब मीडिया की भूमिका और भी अधिक महत्वपूर्ण हो जाती है।
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि उत्तराखंड के व्यापक जनहित के मुद्दों पर वेब मीडिया के सभी पत्रकार इस बात पर पहले रायशुमारी कर लेंगे कि उनका किसी मुद्दे पर क्या दृष्टिकोण है और सभी एक ही दृष्टिकोण से खबरें प्रकाशित करेंगे ताकि उत्तराखंड के हितों के लिए अपनी भूमिका व्यापक रूप से निभाई जा सके।
आज की बैठक में इस बात पर भी निर्णय लिया गया कि वेब मीडिया के पत्रकारों का उत्तराखंड में सिर्फ एक ही संगठन होगा और समय-समय पर नए प्रतिनिधियों को दायित्व दिया जाता रहेगा।
एक दिन पहले ही फोन पर बुलाई गई इस बैठक में बरसात और दूरी होने के कारण काफी पत्रकार समय पर नहीं पहुंच पाए किंतु 4 दर्जन से अधिक पत्रकारों ने इस बैठक में शामिल होकर अपनी नई भूमिकाओं के बारे में गर्मजोशी से चर्चा की।
जल्दी ही वेब मीडिया के पत्रकारों का एक बड़ा सम्मेलन 13 जून में आयोजित किया जाएगा।
बैठक में शामिल पत्रकारों की मौलिक सूची प्रदान की जा रही है।