देहरादून। पुलिस ने पूर्व एडीजी कविराज सिंह नेगी के घर हुई चोरी का खुलासा करते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से लाखों रूपये के सोने चांदी के जेवरात व अन्य सामान बरामद कर लिया। पुलिस ने तीनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
आज यहां इसकी जानकारी देते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जन्मेजय खण्डूरी ने पत्रकारों को बताया कि 21 फरवरी को पूर्व एडीजी कविराज सिंह नेगी निवासी रेस कोर्स नेहरू थाना नेहरू कालोनी देहरादून द्वारा थाना नेहरू कालोनी में तहरीर दी गयी कि 14 फरवरी को वह अपने घर में ताला लगाकर पारिवारिक विवाह समारोह में शामिल होने जयपुर गये थे तथा 20 फरवरी को उन्हें उनके सफाई कर्मचारी रवि के माध्यम से दूरभाष पर सूचना मिली कि उनके घर का ताला टूटा हुआ है। इस पर उनके द्वारा पुलिस को सूचना की। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी। उन्होंने बताया कि मौके पर फोरेन्सिक टीम को बुलाकर साक्ष्य संकलन की कार्यवाही की गयी । पर्यवेक्षण में प्रभारी निरीक्षक नेहरू कालोनी प्रदीप चौहान के नेतृत्व में थाना नेहरू कालोनी पुलिस व एसओजी की संयुक्त टीम का गठन कर घटना का शीघ्र खुलासा करने हेतु आवश्यक दिशाकृनिर्देश दिये गये। गठित टीम द्वारा घटनास्थल के आसकृपास के सीसीटीवी कैमरों का गहनता से अवलोकन व विश्लेषण किया गया तो घटना की रात्रि को घटनास्थल के आसकृपास एक संदिग्ध आल्टो कार आतीकृजाती दिखायी दी । उक्त गाडी के आने जाने वाले सभी रास्तों व पैट्रोल पम्प पर लगे ब्ब्ज्ट कैमरों का जांच व विश्लेषण किया गया तथा बाहरी राज्यों से देहरादून आने वाले सभी टोल टैक्स बैरियरों पर सतर्क निगरानी कर सीसीटीवी कैमरों के जंांच से घटना व चोरों के सम्बन्ध में यह महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई कि आरोपियों द्वारा घटना में आल्टो कार डीएल 3 सीबीएस 0571 का प्रयोग किया गया है। उक्त गाड़ी के फास्ट टैग आई डी के संबंध में विभिन्न सर्विस प्रोवाइडर से जानकारी करने पर उक्त आई डी से लिंक मोबाइल नम्बर की जानकारी प्राप्त की गई व सर्विलांस की मदद से आरोपियों का पीछा करते हुए पुलिस टीम बादलपुर जिला गौतमबुद्ध नगर (नोयडा) पहुंची। जहां गहन सुरागरसी पतारसी करते हुए पुलिस टीम द्वारा आरोपियों को कविराज सिह नेगी के घर से चोरी गये लाखों रुपये के सोने के आभूषण, सोने के बिस्कुट, सिक्के, चांदी के सिक्के, चाँदी व सोनें की मूर्तियों व घटना में प्रयुक्त आला नकब, एक तमंचा 315 बोर व आल्टो कार के साथ धर दबोचा गया। पूछताछ में उन्होंने अपने नाम रामशंकर कुशवाहा उर्फ पप्पू पुत्र सुकई भगत निवासी गरिमा गार्डन थाना साहिबाबाद गाजियाबाद, राजकुमार उर्फ राजू नागर पुत्र मामचंद निवासी ग्राम डेरी मच्छा दादरी थाना बादलपुर जिला गौतम बुध नगर उत्तर प्रदेश, कुसुमहर उर्फ अरुण पुत्र सुदेश कुमार निवासी ग्राम व पोस्ट कुचावली थाना छजलेट मुरादाबाद उत्तर प्रदेश बताया। पूछताछ के दौरान बताया गया कुसुमहर उर्फ अरूण वर्ष 2021 में थाना उस्मानपुर पुरानी दिल्ली से धारा लूट व हत्या के मामले मे तिहाड़ जेल मे बन्द हुआ था उसी दरमियान इसका साथी रामाशंकर उर्फ पप्पू भी चोरी के मामले में जेल मे बन्द था, जहाँ पर दोनों की गहरी दोस्ती हो गयी। रोजगार न मिलने पर दोनों ने देहरादून मे चोरी करने की योजना बनायी तथा इस योजना के तहत 19 फरवरी को रामाशंकर व राजकुमार दिल्ली से अपनी अल्टो गाडी से देहरादून आये तथा कारगी चौक से इन्हें कुसुमहर उर्फ अरूण मिला जो पटेलनगर कारगी चौक पर ड्राईवर का काम करता है । उत्तफ गाडी मे सीएनजी गैस भरवाने के लिए ये लोग रेसकोर्स शक्तिमान पैट्रोल पम्प पहुंचे। आतेकृजाते समय इन्होनें उक्त मकान में बाहर गेट पर ताला लगा देखा और रैकी करने के बाद रात्रि मे घटना को अंजाम दिया गया।