हल्द्वानी। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा हल्द्वानी में आंचल अमृत योजना का शुभारंभ किया गया। जिसके तहत प्रदेश के सरकारी स्कूलों में कक्षा 1 से 8 तक के सभी बच्चों के पोषण स्तर को सुधारा जाना है। इसके लिए प्रशासन द्वारा हफ्ते में एक दिन विटामिन युक्त दूध इन स्कूली बच्चों को दिया जाएगा. वहीं, सीएम की आंचल अमृत योजना के तहत उत्तराखंड डेयरी फेडरेशन, प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों को 338 मीट्रिक टन सूखा दूध मुहैया कराने जा रही है.बताया जा रहा हे कि उत्तराखंड डेयरी फेडरेशन, प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों में आगामी वित्तीय वर्ष में लगभग 338 मीट्रिक टन सूखा दूध उपलब्ध कराएगा, जो कि तीन फ्लेवरों में होगा। वहीं, उत्तराखंड डेयरी फेडरेशन के निदेशक जीवन सिंह नगन्याल ने बताया, कि सीएम की इस योजना के तहत प्रदेश के विद्यालयों को हर तिमाही करीब 84.5 मीट्रिक टन दूध की सप्लाई किया जाएगा, जबकि आगामी वित्तीय वर्ष में प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों में लगभग 338 मीट्रिक टन सूखा दूध सप्लाई किए जाने का लक्ष्य है। उन्होंने बताया कि बच्चों को विटामिन ए और विटामिन डी2 फोर्टीफाइड दूध दिया जाएगा, जिसको लेकर विभाग दूध का उत्पादन बढ़ाने पर विचार कर रहा है। वहीं, निदेशक ने बताया कि सप्लाई किए जाने वाले दूध को तीन फ्लेवरों में तैयार किया जाएगा, जो कि चॉकलेट, स्ट्रॉबेरी और वनीला के फ्लेवरों से युक्त होगा. उन्होंने बताया कि डेयरी फेडरेशन दूध को उत्तराखंड के सीआरसी सेंटरों तक पहुंचाएगा, जिसके बाद ये प्रदेश के सरकारी विद्यालयों तक पहुंचाया जाएगा। वहीं, सीएम द्वारा संचालित आंचल अमृत योजना के तहत प्रदेश के सभी प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले करीब सात लाख बच्चों का पोषण स्तर सुधारा जाना है, जिसके लिए सभी विद्यालयों को पोषण युक्त दूध उपलब्ध कराने की तैयारी तेज कर दी गई है। बताया जा रहा है, कि ये दूध सप्ताह में एक बार दोपहर के भोजन के दौरान बच्चों को दिया जाएगा।