विश्व प्रसिद्ध धाम श्री बद्रीनाथ के कपाट शुभ मुर्हत पर विधि विधान के साथ खोल दिए गए 

Pahado Ki Goonj

गोपेश्वर,विश्व प्रसिद्ध धाम श्री बद्रीनाथ के कपाट आज प्रातः 4:15 पर पूर्व निर्धारित शुभ मुहूर्त और लग्न के अनुसार ब्रह्म बेला में विधि विधान के साथ वेद मंत्रोच्चार के बीच खोल दिए गए  हैं।

https://youtu.be/d6iMTCpkSJ4

24×7 देखें www.ukpkg.comन्यूज पोर्टल वेव चैनल सम्पादक जीतमणि पैन्यूली

कपाट खुलने के साथ ही भगवान बद्री विशाल के उत्सव विग्रह उद्धव जी,कुबेर जी, को भगवान बद्री विशाल के गर्भ गृह में स्थापित कर दिया गया है। इससे पूर्व भगवान बद्री विशाल के गर्भ गृह में शीतकाल के दौरान जगत कल्याण के लिए तपस्थ श्री हरि विष्णु के साथ महालक्ष्मी को बाहर लाकर महालक्ष्मी मंदिर में स्थापित कर विधिवत पूजा-अर्चना प्रारंभ कर दी गई है। भगवान का तेल कलश भी भगवान के गर्भ गृह में स्थापित कर दिया गया है। इसी तेल कलश में भरे हुए तिल के तेल से छह माह यात्रा काल के दौरान भगवान का अभिषेक होगा। मंदिर में पूजा अर्चना मुख्य पुजारी रावल ईश्वर प्रसाद नंबूदिरि व डिमरी पुजारियों द्वारा की गई। कपाट खुलने के साथ ही बद्रीनाथ के  अन्य सभी पूजा विग्रहों व मंदिरों में भगवान की पूजा  प्रारंभ धर्माधिकारी भुवनचंद्र उनियाल, अपर धर्माधिकारी थपलियाल आदि वेदपाठी द्वारा  कर दी गई है। इस अवसर पर देवस्थानम बोर्ड के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी बीडी सिंह,सुनील तिवारी, पुलिस अधीक्षक चमोली यशवंत चौहान, एसडीएम जोशीमठ कुमकुम जोशी, डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत के अध्यक्ष विनोद डिमरी श्री राम, डिम्मर उमट्टा डिमरी पंचायत के अध्यक्ष आशुतोष डिमरी, केंद्रीय सदस्य विपुल डिमरी,धर्माधिकारी भुवन उनियाल,वेदपाठी गण,टेहरी नरेश श्री मनुजेंद्र साह के राजगुरू नौटियाल समेत बहुत ही सीमित संख्या में मंदिर से जुड़े हुए हक हकूक धारी मेहता थोक, भंडारी थोक,कामदी थोक व पुजारी गण मौजूद थे। कपाट खुलने की परंपरा पारंपरिक रीति रिवाज व  पौराणिक मान्यताओं के साथ पूरी तरीके से कोविड  गाइड लाइन का पालन करते हुए संपन्न हुई।

इस अवसर पर  आदि जगत गुरु स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती शंकराचार्य ज्योतिष्पीठाधीश्वर एवं द्वारिकपीठाधीश्वर महराज ने

एंव पट

शिष्य श्री स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ब्रह्मचारी महाराज  ने    जगत कल्याण के लिए श्री भगवान बद्रीनाथ से प्रार्थना की ।

Next Post

ब्रह्म मुहूर्त में पुष्य नक्षत्र और वृष लग्न में खुले बदरीनाथ धाम के कपाट

चमोली। बदरीनाथ धाम के कपाट विधि-विधान से ब्रह्ममुहूर्त में पुष्य नक्षत्र और वृष लग्न में 4 बजकर 15 मिनट में खोल दिए गए हैं। सबसे पहले मुख्य पुजारी रावल ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी, धर्माधिकारी भुवन चन्द्र उनियाल एवं हक-हकूकधारी ने मंदिर में प्रवेश किया और भगवान बदरीनाथ की पूजा-अर्चना की। साथ […]

You May Like