हरिद्वार। छत्तीसगढ़ की एक युवती ने दुष्कर्म के मामले में शांतिकुंज के चिकित्सक और उनकी पत्नी के खिलाफ दिल्ली के विवेक विहार थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। मुकदमा दर्ज होने के बाद अब इस मामले की जांच हरिद्वार कोतवाली पुलिस करेगी। जानकारी के अनुसार, दिल्ली में दर्ज हुई जीरो एफआईआर जल्द ही आईजी गढ़वाल रेंज कार्यालय से हरिद्वार पुलिस के पास पहुंच सकती है।
इधर, हरिद्वार पुलिस के आला अफसर भी हाई प्रोफाइल मुकदमे की जांच को लेकर बृहस्पतिवार को रणनीति बनाने में जुटे रहे। वहीं, पूरे शहर में भी मुकदमे को लेकर चर्चा होती रही। एसएसपी सेंथिल अवूदई कृष्णराज एस का कहना है कि अभी एफआईआर यहां नहीं पहुंची है। वहीं शांतिकुंज परिवार ने मामले को पूरी तरह फर्जी बताते हुए इसे विश्व ख्यात संस्था को बदनाम करने की गहरी साजिश बताया है। दिल्ली के विवेक विहार थाने में छत्तीसगढ़ की 24 वर्षीय युवती ने शांतिकुंज के डॉक्टर और उनकी पत्नी के खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए पांच मई को मुकदमा दर्ज कराया था। आरोप है कि युवती (तब नाबालिग थी) वर्ष 2010 से 2014 तक शांतिकुंज में ही रही थी, उस वक्त वह खाना बनाने वाली टीम का हिस्सा थी। युवती ने डॉक्टर पर दुष्कर्म करने और पत्नी पर मामले को छिपाए रखने के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाया है। यह भी आरोप है कि यह सिलसिला वर्ष 2014 तक चलता रहा। ज्यादा तबीयत खराब होने पर उसे घर भेज दिया गया। उसे किसी को भी इस बारे में जानकारी देने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी गई थी। दिल्ली पुलिस ने पीड़िता की एफआईआर को शून्य में दर्ज कर उसे उत्तराखंड भेज दिया है।
प्रक्रिया के अनुसार एफआईआर पहले रेंज के आईजी कार्यालय पहुंचेगी, जहां से एसएसपी कार्यालय होते हुए कोतवाली में पहुंचेगी, फिर उसे हरिद्वार कोतवाली में क्राइम नंबर मिलेगा। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सेंथिल अबूदई कृष्णराज एस ने बताया कि एफआईआर जब यहां पहुंचेगी, तब ही जांच शुरू की जा सकेगी।