कोरोना वायरस का सच जो आपको हैरान कर देगा…
सेवा में दि.14.3.2020
श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत जी
मा मुख्य मंत्री
उत्तराखंड देहरादून
विषय श्री बद्रीनाथ केदारनाथ मन्दिर समिति कर्मचारी संघ के प्रतिनिधियों के भेंट करने हेतु
महोदय
निवेदन है कि श्री केदारनाथ श्री बद्रीनाथ मन्दिर के अप्रैल माह में पट खुलने की तयारियां अभी तक सुरु हो जाती थी परन्तु बोर्ड के गठन की विलंबता के चलते कर्मचारियों को दिशा निर्देश एवं पट खुल ने के सम्बंध में नहीं दिया जारहे हैं ।
कर्मचारियों ने कहा कि पूर्व संरक्षक जीतमणि पैन्यूली की अध्यक्षता में सोमबार 16 मार्च 2020 बैठक 4 बजे सायम कैनाल रोड़ स्थित कार्यालय परआहूत की गई है ।
बैठक में सकारात्मक निर्णय के बाद प्रतिनिधि मंडल आप से भेंट करना चाहते हैं। ताकि प्रदेश में रोजगार का साधन उपलब्ध कराने में मन्दिरों की तैयारियों का संदेश देश दुनिया को जा सके।
अतः आपसे अनुरोध है कि कर्मचारियों के शिष्टमंडल को अपने व्यस्ततम समय मेसमय निकाल कर मिलने का समय देने की कृपा किजयेगा।
सादर
भवदीय
जीतमणि पैन्यूली
सम्पादक
पहाड़ों की गूँज हिंदी राष्ट्रीय सप्ताहिक पत्र एंव पूर्व संरक्षक श्री बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति संघ जोशीमठ ,देहरादून
सभी प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, पोर्टल वेब चैनल से जुड़े प्रतिनिधियों से आग्रह है कि उक्त पत्र में वर्णित स्थान एवं समय पर बैठक की जनकारी कवरेज करने के लिए पहुँचने की कृपा किजयेगा।
1,एक किताब है जिनका नाम है “the eyes of darkness” जो कि वर्ष 1981 में पब्लिश हुई थी इसमे लिखा है कि कॅरोना वायरस को चीन ने अपने शहर वुहान के एक लैब में सबसे छुपा कर बनाया था,।
बाद में चीन इसको use करेगा अपनी गरीब लोगों की आबादी कम करने के लिए जिससे कि उसे सुपर पावर बनने में आसानी हो और इस बुक में कॅरोना वायरस का नाम वुहान 400 के नाम पर है ।
इस किताब में पहले ही बता दिया है
कि आगे चलकर चीन इस वायरस का उपयोग करेगा बायो लॉजिकल हथियार के रूप में।
वही हुआ 90,000 से ज्यादा लोग मार दिए गए और 7.5 लाख के आसपास लोग अभी भी कोरोना के चपेट में हैं।
ये था चीन का गरीबी हटाओ के जगह ‘गरीब हटाओ योजना’…
जिसे भारत में आजादी के बाद से ही लागू कर दिया गया है।
(संदर्भ: लेखक का नाम dean Koontz, किताब के पेज 353 से 356)
चीन अपने देश की अर्थ व्यवस्था बनाये रखने के लिए किसी भी सीमा तक जासकता है।