योगेश पैन्यूली देहरादून: फूलों का समय समय पर अलग अलग महत्व है ।फूल मनुष्य के जीवन मरण का साथी है ।फूल हमारे जीवन मे नये नये विचार पैदा करने का काम करते हैं।उत्तराखंड को फूलों के लिए जाना जाता है फूलोंकी घाटी विश्व धरोहर का गौरव उत्तराखंड को प्राप्त है।साधरण तय किसानों की फूलों को उगाने की मेहनत की पहचान बसंतोत्सव बन गई है ।दो दिवसीय बसन्तोत्सव का उदघाटन राज्यपाल श्रीमती बेबी रानी मौर्य के करकमलों द्वारा किया गया है इस अबसर पर कृषि मंत्री सुबोध उनियाल कृषि विभाग के सचिव सैंथल पांडियन निदेशक श्रीवास्तव जिलों से आये जिला उद्यान अधिकारियों सहित भारी संख्या में जनता एवं विभागों के कर्मचारियों की सहभागिता से पंडाल अलग अलग विभागों के लगाये गये इनका संयुक्त निरीक्षण राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने किया।इस अबसर पर प्रत्येक वर्ष की भांति भारतीय डाक तार विभाग कीओर से बनाये गये डाक टिकट का राज्यपाल ने विमोचन किया ।इस अबसर पर कृषि मंत्री ने कहा कि फूलों को पहले हम बाहरी इलाके से खरीद कर लाते थे आज उत्तराखंड सरकार के सहयोग से उत्तराखंड फूलों के उत्पादन को बढ़ावा दे रहा है जिससे प्रदेश के किसानों की आय में बढ़ोतरी होरहि है।राज्यसरकार ने फूलों के उत्पादन को बढ़ावा देना के लिए सार्थक प्रयास किये जारहे हैं।फूलों की खेती का रकवा बढ़ा ने जारहे हैं। इन फूलों के प्रचार प्रसार राजभवन की प्रदर्शनी से होरहा है। बसन्तोत्सव का आयोजन राज्य हित में है।
इस अबसर पर देव संस्कृति विश्विद्यालय शांतिकुंज हरिद्वार की छात्राओं एवं छात्रों द्वारा योग का प्रदर्शन किया। गोरखा रायफल ने खूंखरी प्रदर्शन पर जनता ने प्रसंसा की हिमवीर भारतीय तिब्बत शीमा पुलिस ने जूडो कराटे का प्रदर्शन कर जनता की वाही वाही लूटि ।स्कूल के बच्चों ने पेंटिंग प्रदर्शनी में भाग लिया। संस्कृति विभाग द्वारा विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम कर जनता का मनोरंजन किया।