देहरादून,देहरादून गोकुल रेजिडेंसी के मालिक के पति के मनमानी से फ्लेट मालिक परेशान फिलेट की बुकिंग 2014में इस आशय से ग्राहकों से सुरु कर रुपये लिए 2017 में फिलेट पर कब्ज़ा मिल जाएगा।बताया गया है कि
एक साल बाद उन्होंने भूमि पूजन किया वह भी ग्राहकों के जोर देते हुए इन्होंने कराया गया है ।फिलेट अपने रिटायर होने के समय अपने परिवार को सुभिधा देने के लिए कराते हैं। सिनीसर सीटीजन कानपुर विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर इंद्र मणि सेमवाल ने अपने रिटायर मेन्ट होने की तिथि को देखते हुए फिलेट बुक 2014 में किया था ।उन्हें समय पर फिलेट नहीं मिलने से वह 15000 रुपये महीने किराया पर रह करते
थे। जब इन्होंने तय समय पर फिलेट नहीं बनाये तब लोगों ने अपने मकान बनाये के लिए
अतिरिक्त व्यय भार इस महंगाई में उठाया जिसके गुना गार गौकुल रेजीडेन्सी बनाने वाले मालिक है
फिलेट बेचे गये हैं उनको अनुबंध के अनुसार 2017 में बना कर नहीं देने से काफ़ी नुकसान पहुंचा है ।जिन फिलेटो को हैड ओवर किया गया है।उनके नल की फ़ोटो देखेकर अंदाज लगायेगा।
- उनकी वास बेसन का नल हाथ धोने के लिए लगाने की जगह हाथ गन्दे करने वाले लगाए गए हैं।दीवारों पर वायल पेंट नहीं लगा है, अलमारी सीमेंट के सिलेब की बनाने का अनुबंध में है वहां हल्के प्लाईवुड की लगी है जबकि देहरादून में दीमक के प्रकोप को देखते हुए कीमती कपड़ों की सुरक्षा के लिए सीमेंट की अल्मारी को पसंद कर बुक किया है। वह सुभिधा देने के मूड में नहीं है।
जिन लोगों को 2 साल पहले आधा सुभिधा का फेल्ट दीया है ।उनकी सीधे पन का बेवजह फायदा उठाते हुए अन्य लोगों को भी सुभिधा नहीं देरहे हैं।
गेट पर एक माह से बलिया खड़ी कर रखी है जिससे सिनीयर सीटीजनो की गाड़ियों को आने जाने में दिक्कत होती है। और अपराधियों की भांति व्यबहार यह है कि 7 मंजिल के भवन की सीढ़ियों को चढ़ने की झंझट से 2 लिफट दिखाने के लिए लगी हुई है जो बिजली कनेक्शन से चलती है।जबकि24 घण्टे बिजली उपलब्ध कराने की शर्त् हैंं ।
7मंजिल के ऊपर गर्मी में चढ़ने से जहां सिनीसर सीटीजनो की सांस फूलने लगती है वहीं कम घनत्व की जगह से चलने में पसीना आने और कोविद के नियमों को पालन करने में चलने वाले लोगों को नुकसान होने की संभावना बनी रहती है।
बिजली बैकप के लिए इन्होंने 17000 रुपये 102 फिलेट मालिक से इकठ्ठे कर अभी तक जनरेटर को बिजली बैकप के लिए नहीं जोड़ा है।