देहरादून कोलकाता पहाडोंकीगूँज के लिए विशेष पश्चिम बंगाल के लोग परिवार सहित सालभर में एक बार महीने ,पन्द्रह दिन औऱ हप्ता भर जरूर घूमने जाते हैं वहां हिन्दू ओं की जनसंख्या 65 लाख के ज्यादा है यदि उसका 10प्रतिशत लोगों को लाने का प्रयास करते हैं तो650 हजार लोगों को उत्तराखण्ड घूमने से काफ़ी लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है उन्हें पर्यटन एवं धर्मस्व मंत्री सतपाल महाराज का विभाग एक सुंदर पहल करते हुए उत्तराखंड में रोजगार के अबसर बढ़ाने का काम करने जारहे हैं कोरोना महामारी के बाद उत्तराखंड में पर्यटन एंव धार्मिक स्थलों के देखने के लिए उत्तराखंड पर्यटन द्वारा 26 से 28 फरवरी के मध्य कोलकाता में आयोजित हुए travel and tourism fair 2021 प्रतिभाग किया गया।
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आयोजन के दौरान पश्चिम बंगाल उत्तर-पूर्व के राज्यों नागालैंड आसाम मेघालय तथा अंडमान निकोबार आदि राज्यों के प्रमुख ट्रैवल एजेंट एवं टूर ऑपरेटर्स के साथ नेटवर्किंग की गई। इसके अतिरिक्त बंगाल के लोगों को आगामी चार धाम यात्रा तथा ग्रीष्मकालीन पर्यटन हेतु आमंत्रित करना इस आयोजन का प्रमुख उद्देश्य रहा।
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उत्तराखंड के धर्मस्व एवं पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज से उत्तराखंड में उनके विभाग से रोजगार के अबसर बढ़ाने के लिए सरकार का प्रयास की जनकारी देते हुए।
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सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर ने बताया कि राज्य सरकार कोरोना काल के पश्चात राज्य के पर्यटन उद्योग के पुनरुत्थान के लिए प्रतिबद्ध है।
और इसी क्रम में विभाग पर्यटन विभाग द्वारा देशभर में आयोजित होने वाले प्रमुख ट्रैवलमार्ट एवं प्रदर्शनों में प्रतिभाग किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा राज्य के पर्यटन क्षेत्र के स्टेकहोल्डर्स के साथ इन आयोजनों में भाग लिया जाता है।
जिसमें वह दूसरे राज्यों की ट्रैवल एजेंट एवं टूर ऑपरेटर के बीच अपने व्यवसाय का भरपूर प्रचार प्रसार करते हैं।
इस आयोजन में उत्तराखंड का प्रतिनिधित्व जनसंपर्क अधिकारी कमल किशोर जोशी ने किया।
बदरीनाथ के भारती महाराज विश्व कल्याण के लिए हरिद्वार कुम्भ छेत्र में रुद्राविषेक करते हुए वीडियो देखें♀◆
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उनके अनुसार उत्तराखंड, बंगाल के पर्यटकों के लिए एक अत्यंत प्रिय गंतव्य है। कोविड काल के बाद उत्तराखंड आने के लिए बंगाल के लोगों में काफी उत्साह देखने को मिला है।
अगर हम चार धाम यात्रा में बंगाल के पर्यटकों को आमंत्रित करने में सफल होते हैं तो इससे चारधाम यात्रा मार्ग पर निवास करने वाले लोगों को रोजगार मिलेगा, होटल व्यवसाय पुनर्स्थापित हो सकेगा और राज्य के पर्यटन व्यवसायियों की आमदनी में वृद्धि होगी।
समापन समारोह के दौरान बंगाल के लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मां गंगा, मां दुर्गा, चार धाम, गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर और स्वामी विवेकानंद; बंगाल और उत्तराखंड के मध्य एक अटूट रिश्ता स्थापित करते हैं।
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बड़े बनने के लिए गुस्सा त्याग कर बड़ों का कहना मानना चाहिए हां बोलने की आदत के लिए झुकना शिखें जैसे फल पाकर पेड़ झुक जाता है पानी भरे बादल पृथ्वी की ओर ऊपर से नीचे आते हैं।
वैसे ही मनुष्य ज्ञान वान होने से गुसा न करते हुए बोलने वाले का जबाब कम ऊंचे श्वर में मीठे बोल बोलकर बोलता है।