उत्तराखंड में स्थित ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य के रूप में श्री आदि जगत गुरु स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी का ज्योतिष पीठ पर पुनः पटा विषेकश्री भारत धर्म महामंडल के बरिष्ट उपाध्यक्ष श्री सत्यनारायण के कर कमलों द्वारा किया गया। उत्तराखंड में पहाड़ों की गूंज राष्ट्रीय साप्ताहिक समाचार पत्र ने स्वामी जी का पुनः पठा विषेक होना हिंदू धर्म एवं संस्कृति की परम्परा की जीत बताया।पत्र के संवाद दाता प्रदीप पैन्यूली की रिपोर्ट पहाड़ों की गूंज मे यह समाचार प्रकाशित कर कहा था कि ” श्री स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जो का पुनः ज्योतिष पीठ पर पदस्थापित होना तय” इस पर पत्रकार की दूर दृष्टि का अंदाजा के प्रति संसय कुछ लोगों को हो रहा था। पत्रपरिवार ने खबर को प्रकाशित कर अपनी टीम पर सटीक जानकारी देने के लिये उनके विश्वास को पुख्ता कर दिया।पत्रकारिता की आत्मा सही समाचार का प्रकाशन करना है ।सही खबर का प्रकाशन करने का निर्णय लेकर अपने को स्वेत पत्रकारिता करने केलिये यह अल्प प्रयास है।स्वामी जी के पटा विषेक से उत्तराखंड में खुशी की लहर दौड़ गई।उत्तराखंड वासी उनके लंबे जीवन जीने की कामना श्री बद्रीनाथ से करते हैं।
गुजरात की जनता क्यों भुगते आपके वित्तीय कुप्रबन्धन की सज़ा: राहुल
Thu Nov 30 , 2017