आगे पढ़ेंमौलाना जहूर की खिदमात को भुलाया नहीं जा सकताः कासमी
देहरादून। मौलाना जहूर अहमद कासमी की खिदमात को कभी भुलाया नहीं जा सकता, वह एक आलीम-ए-दीन ही नहीं, मजाहिरूल उलूम में तफसीर के बड़े उस्ताद भी थे, उन्होंने हमेशा जमीयत उलेमा ए हिंद के बैनर तले कौम और मिल्लत की खिदमत का परचम बुलंद किए रखा। यह बात गुरुवार को मदरसा दार-ए-अरकम आजाद कॉलोनी में मौलाना जहूर अहमद को खिराज-ए-अकिदत पेश करने के लिये आयोजित किये गये इजलास में जमीअत के प्रदेश सचिव मौलाना अब्दुल मन्नान ने कही। उन्होने कहा कि एक आलिम का दुनिया से जाना एक आलम के जाने के बाराबर है, मगर हर किसी को इस दारे फानी से जाना है। इस मौके पर जमीअत के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य मोहम्मद शाह नजर ने कहा कि मौलाना जहूर आखरी वक्त तक आमजनमानस की सेवा के लिये कार्य करते रहे। ऐसी कामिल शख्सियत की कमी हमेशा खलेगी। उन्होने कहा कि आप का दुनिया से जाना पूरी मिल्लत के लिये खसारा है। इस मौके पर कुरआन की तिलावत के बाद खिराज-ए-अकिदत पेश कर दुआ की गई। इस अवसर पर जिला उपाध्यक्ष मास्टर अब्दुल सत्तार, शहर अध्यक्ष मुफ्ती राशिद कासमी, मुफ्ती अयाज अहमद जामई, कारी मोहम्मद अहसान, मौलाना अब्दुल वाजिद, मौलाना शाबान, कारी शाहवेज, मौलाना अबू बकर, मौलाना सोहेल मलिक, कारी इरफान व मास्टर मोहसिन आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
आगे पढ़ेंबीमारियों से बचाव को मस्जिदों में की जाएगी दुआएं
रक्तदान करने को इमाम करेंगे प्रेरितः जमीअत
देहरादून। उत्तराखण्ड की अस्थाई राजधानी देहरादून में डेंगू का प्रकोप माहमारी का रूप लेता जा रहा है, जिस को लेकर हर कोई चिंतित नजर आ रहा है। सरकार के स्तर पर बड़े पैमाने पर व्यवस्थाएं की गई है, मगर फिर भी हालात काबू से बाहर होते जा रहें है, जिसको देखते हुए कई समाजिक संगठनों ने भी आगे आकर आपने दायित्व को निभाने की पहल की है। जमीअत-ए-उलेमा उत्तराखण्ड ने भी अपील जारी की है कि कल (आज) जुमे की नमाज के बाद सभी मस्जिदों में डेंगू व दिगर बिमारियों से निजा़त के लिये विषेश दुआएं कराई जाए। साथ ही लोगों को रक्तदान करने के लिये प्रेरित किया जाए। जमीअत के प्रदेश सचिव मौलाना अब्दुल मन्नान ने शहर भर के सभी इमामों से आह्वान किया कि जुमे की नमाज के बाद अपने गुनाहों से तोबा करते हुए बिमारियों से निजात के लिये विषेश दुआ कराई जाए, ताके इस माहमारी से आम जनमानस को बचाया जा सके। उन्होने जमीअत के सभी पदाधिकारियों, सदस्यों और समाजिक लोगों से आह्वान किया कि अधिक से अधिक संख्या में रक्तदान करें। उन्होने कहा कि हम मस्जिदों में जा कर भी लोगों को रक्तदान करने के लिये प्रेरित करेंगे।आगे पढ़ें फोटो डी 6
मामूली विवाद में दोस्त ने ही की थी दोस्त की हत्या, गिरफ्तार
लावारिस शव की शिनाख्त कर हत्यारे तक पहुंची पुलिस
हरिद्वार। आर्यनगर चैक के पास मिले अज्ञात शव की हत्या का खुलासा करते हुए पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी की निशानदेही पर पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त पत्थर भी बरामद किया है। गिरफ्तार हुआ आरोपी मृतक का दोस्त निकला जिसने मामूली विवाद के चलते इस हत्याकांड को अंजाम दिया था।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र डोभाल ने बताया कि बीते 11 सितम्बर को ज्वालापुर थाना क्षेत्रान्तर्गत आर्य नगर चैक के पास एक अज्ञात व्यक्ति का शव बरामद किया गया था। प्रथम दृष्ट्या मृत्यु का कारण वाहन की चपेट में आना प्रतीत हो रहा था। पुलिस द्वारा शव का पंचायतनामा भरकर पोस्टमार्टम की कार्यवाही की गई व शव को जिला अस्पताल स्थित शवग्रह में रखवाया गया। लगातार प्रयास के पश्चात शव की पहचान जयदेव निवासी बंगाल के रूप में हुई जो काफी समय से ज्वालापुर क्षेत्र में रहकर मजदूरी का कार्य कर रहा था। मामले में बीते रोज राजेश खंडूजा पुत्र आरडी खंडूजा निवासी आर्य नगर चैक ज्वालापुर की शिकायत पर कोतवाली ज्वालापुर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गयी। दर्ज मुकदमें में हत्या की संभावना को परखते हुए रेल चैकी प्रभारी विकास रावत के नेतृत्व में पुलिस टीम ने घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण करते हुए संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ की गई। विवेचना के क्रम में संदिग्ध व्यक्ति की जानकारी मिलने पर पुलिस ने एक व्यक्ति को रेलवे स्टेशन ज्वालापुर से दबोच लिया। पूछताछ में उसने अपना नाम मोहन पुत्र शिवजी बैठा निवासी भवानीपुर थाना संग्रामपुर मोतिहारी जिला बिहार बताया। बताया कि वह मृतक के साथ काफी वर्षों से मजदूरी कर रहा था। साथ में नशा करने के दौरान किसी बात को लेकर विवाद होने पर उसने भारी पत्थर से सिर कुचलकर अपने साथी की हत्या कर दी और गिरफ्तारी के डर से जिले से बाहर भागने की जुगत में रेलवे स्टेशन पहुंच गया। पुलिस ने आरोपी की निशांदेही पर हत्या में प्रयुक्त पत्थर भी बरामद कर लिया है। जिसे न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया है।
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जनसहभागिता के लिए प्रत्येक शनिवार लगेगी चैपालः अजय सिंह
देहरादून। नवनियुक्त एसएसपी अजय सिंह ने कहा कि जनसहभागिता के लिए प्रत्येक शनिवार को शहर में चैपाल लगायी जायेगी जिसमें जनता की समस्याओं को सुन उसका निराकरण किया जायेगा।
आज यहां पदभार ग्रहण करने के पश्चात पत्रकारों से वार्ता करते हुए एसएसपी अजय सिंह ने कहा कि उनकी पहली प्राथमिकता शहर में होने वाले अतिव्रफमण व यातायात रहेंगे जिसके लिए वह रूपरेखा तैयार करेंगे। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही महिलाओं के साथ होने वाले अपराधों को गम्भीरता से लेते हुए उसपर तत्काल कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने कहा कि जनसहभागिता के लिए शहर में प्रत्येक शनिवार को चैपाल लगायी जायेगी जहां पर लोगों की समस्याएं सुनकर उनका तत्काल निस्तारण किये जाने का प्रयास किया जायेगा। उन्होंने कहा कि शहर में नशा तस्करों पर शिकंजा कसा जायेगा तथा जो कोई भी पुलिस को इसके बारे में जानकारी देगा उसका नाम गुप्त रखा जायेगा। उन्होंने कहा कि नशा तस्करी में जो लोग बारकृबार पकडे जायेंगे उनकी सम्पत्ति कुर्क की जायेगी। जमीनी फर्जीवाडे के मामले में उन्होंने कहा कि सम्पत्ति के फर्जीवाडा करने वालों पर भी शिकंजा कसा जायेगा। थाने चैकिंयों में लोगों की सुनवायी नहीं होती ऐसे सवालों के जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि एसएसपी कार्यालय में एक रजिस्टर तैयार किया जायेगा जिसमें जो भी पीडित यहां पर आयेगा तो उससे उसका थाना पूछा जायेगा और वह थाने पर गया था तो उसके साथ क्या व्यवहार किया गया इसके बारे में पूछकर रजिस्टर में लिखा जायेगा और प्रत्येक माह उस रजिस्टर की समीक्षा की जायेगी और जिस थाना चैकी की अधिक शिकायत होगी उसपर कार्यवाही की जायेगी। यातायात पर उन्होंने कहा कि यह जनता से जुडी समस्या है इसपर भी कार्ययोजना बनायी जायेगी। क्योंकि यातायात में सबसे ज्यादा छात्र व अभिभावकों को दो चार होना पडता है। इसपर भी ध्यान दिया जायेगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जहां पर विकास होता है वहां समस्याएं तो आती ही हैं।
मेडिकल स्टोर स्वामी के हमलावरों पर केस दर्ज
रुद्रपुर। थाना ट्रांजिट कैम्प में दबंगों ने मेडिकल स्टोर स्वामी से मारपीट की। मारपीट का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने आरोपियों के विरूद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया है। ट्रांजिट कैंप के वार्ड एक जनपद रोड फुलसुंगा निवासी मुनीराज सैनी पुत्र कृपाल सिंह सैनी ने दर्ज कराई रिपोर्ट में कहा है कि उसका खुशी फॉर्मेसी नाम से मेडिकल हैं। जिसमें ठेकेदार कुलदीप ठाकुर निवासी वार्ड 1 गोकुलधाम कॉलोनी फुलसुंगा ने अपनी व अपने मजदूरो की कई माह से उधार दवा ले रहा था। अब तक 9236 रूपये का उधार कर चुका है। पैसे मांगने पर टाल देता है। 13 सितम्बर को रात 9 बजे वह अपने मेडिकल में बेठा था। तभी कुलदीप रवी, प्रवेश और 3- 4 अज्ञात लडकों को मेडिकल में ले आया और गाली गलौज करते हुए उससे मारपीट करने लगा। उसने 112 पर कॉल करके पुलिस को सूचित किया। उसे दोबारा पैसे मांगने पर जान से मारने दी। पुलिस ने वीडियो वायरल होने के बाद हमलावरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। फिलहाल कोई गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
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लूट के इरादे से आरोपियों ने की थी बुर्जुग की गला काटकर हत्या
लूट के चार आरोपी गिरफ्तार, दो फराा
हरिद्वार। कनखल स्थित बैरागी कैंप में रिटायर्ड सिंचाई कर्मचारी की गला रेतकर की गयी हत्या का खुलासा करते हुए पुलिस ने चार हत्यारोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। जिनकी निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त पाठल, चेकबुक, खून सने कपड़े व 7 हजार की नगदी भी बरामद की गयी है। हालांकि आरोपियों के दो साथी फरार है जिनकी तलाश जारी है। इस मामले में पूर्व में हत्या का शक केयर टेकर पर था लेकिन जांच के दौरान हत्यारोपी किरायेदार व उसके साथी निकले।
जानकारी के अनुसार बीती 11 सितम्बर को देर रात कनखल के बैरागी कैंप में रिटायर्ड सिंचाई कर्मचारी की गला रेतकर हत्या की गयी थी। सूचना मिलने पर पुलिस ने त्वरित कार्यवाही करते हुए मृतक का खून सना शव बाथरूम से बरामद कर पड़ताल शुरू कर दी गयी। मृतक अशोक चढ्डा द्वारा सेवानिवृत्त होने के बाद बैरागी कैंप क्षेत्र में सेवाश्रम बनाया गया था जहां यात्रियों और कामगारों को किराये पर कमरे दिए जाते थे। शुरुआती जांच में सेवाश्रम में बतौर केयर टेकर नियुक्त नरेन्द्र शक के घेरे में था किन्तु पुलिस द्वारा की गई पड़ताल में हत्यारे सेवाश्रम के किराएदार और उनके साथी निकले जिन्हे मृतक द्वारा कुछ दिन पहले ही पहचान पत्र और किराया न देने पर आश्रम से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था। पुलिस के अनुसार सेेवाश्रम से बाहर निकाले गए किराएदार भानू और संदीप को मृतक के कमरे में मोटी रकम होने का अंदाजा था। जिसके चलते उन्होने वहंा लूट का प्लान बनाया। सेवाश्रम से बाहर निकाले गए किराएदारों ने नशे के दौरान अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर इस लूट की वारदात को अंजाम देने का प्लान बनाया था। पड़ताल के दौरान पुलिस को मिले सुराग के आधार पर पुलिस ने 3500 से अधिक ईकृरिक्शा को चैक कर वारदात का खुलासा करते हुए हत्याध्लूट में शामिल मुख्य आरोपी सहित 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। जिनकी निशानदेही पर श्रीयंत्र पुल के नजदीक से घटना में प्रयुक्त पाठल, मृतक के खून से सने आरोपियों के कपड़े व लूट के दौरान मृतक के कुर्ते से निकाले गए 7000 रुपए भी बरामद किए गए। प्रकरण में शामिल 2 अन्य आरोपी फरार चल रहे हैं जिनकी तलाश की जा रही है। गिरफ्तार हत्यारोपियों के नाम भानु प्रताप पुत्र कटार सिंह निवासी हस्तिनापुर मेरठ हाल निवासी मायाविहार जगजीतपुर कनखल, अभिजीत उर्फ सुक पुत्र मनमोहन सिंह निवासी आर्यनगर ज्वालापुर हरिद्वार, संदीप कुमार पुत्र जवाहर सिंह निवासी पण्डितपुरी रायसी लक्सर व मनीष गिरी पुत्र जनेश्वर निवासी बैराज कालोनी मायापुर कोतवाली हरिद्वार बताये जा रहे है।
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नेपाली यात्रियों से भरी बस नदी में फंसी, रेस्क्यू कर बाहर निकाला
हरिद्वार। भारी बारिश के बीच श्यामपुर क्षेत्र में चिड़ियापुर चेक पोस्ट के पास एक बस नदी में फंस गई। चारों तरफ पानी ही पानी नजर आने से यात्रियों की सांस अटक गई और उन्हें साक्षात मौत नजर आने लगी। इस दौरान बस से उतरकर छह यात्री अपनी जान बचाने के लिए पुल के पिलर पर चढ़ गए। सूचना मिलने पर पुलिस व एसडीआरएफ टीम ने मौके पर पहुंच कर सभी यात्रियों को रेस्क्यू कर बाहर निकाला और सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। जिस पर इन यात्रियों व स्थानीय लोगों द्वारा पुलिस व एसडीआरएफ टीम की सराहना की गयी है।
बताया जा रहा है कि नेपालगंज रुपेड़िया से हरिद्वार आ रही बस में 53 लोग सवार थे, जो नेपाल मूल के निवासी हैं। अचानक मार्ग पर बरसाती नदी में पानी ज्यादा आ जाने के कारण बस मय सवारियों के बीच नदी में ही फंस गयी। सूचना मिलने पर श्यामपुर थानाध्यक्ष विनोद थपलियाल टीम सहित मौके पर पहुंचे और आला अधिकारियों को सूचना दी। सिटी कण्ट्रोल रूम की सूचना पर एसडीआरएफ एडिशनल उप निरीक्षक परविंदर धस्माना के हमराह मय रेस्क्यू उपकरणों के तत्काल घटनास्थल के लिए रवाना हुई। रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया और एक एक कर बस में सवार लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पहुंचाया गया। बस में सवार 6 लोग अत्यंत भयभीत होने के कारण बस से बाहर निकलकर पुल के नीचे , पिलरो पर चढ़े गये थे। एसडीआरएफ की टीम ने इन्हें रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। सभी सवारियों को समय रहते रेस्क्यू कर दिया गया है और बस को निकालने का कार्य किया जा रहा है।
एसडीआरएफ के सेनानायक मणिकांत मिश्रा ने बताया कि टीम ने सभी यात्रियों को सकुशल निकाल लिया है। नदी में फंसी बस को भी जेसीबी की मदद से निकाला जा रहा है।
राज्य में ढाई वर्ष से कम समय में 3854 महिलायें व 1134 बालिकायें गायब
2961 गुमशुदा महिलायें तथा 1042 बालिकायें बरामद भी हुई
देहरादून। उत्तराखंड में महिला सुरक्षा तथा महिला अधिकार संरक्षण के कितने भी दावे कर लिये जायें लेकिन हकीकत इससे दूर नजर आती है। राज्य में जनवरी 2021 से मई 2023 तक मात्र 29 माह में 3854 महिलायें तथा 1134 बालिकायें गुमशुदा दर्ज की गयी है। हालांकि इस अवधि में 2961 गुमशुदा महिलायें तथा 1042 बालिकायें बरामद भी हुई है।
यह चैकानें वाला खुलासा सूचना अधिकार कार्यकर्ता नदीम उद्दीन को पुलिस मुख्यालय द्वारा उपलब्ध करायी गयी सूचना से हुआ है। सूचना अधिकार कार्यकर्ता नदीम उद्दीन ने उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय के लोक सूचना अधिकारी से उत्तराखंड में गुमशुदा व्यक्तियों, महिलाओं, बालक तथा बालिकाओं के आंकड़ों की सूचना मांगी थी। इसके उत्तर में पुलिस मुख्यालय की लोक सूचना अधिकारीध्अपर पुलिस अधीक्षक (कार्मिक) शाहजहां जावेद खान ने पत्रांक 135 के साथ पुलिस उपमहानिरीक्षक राज्य अपराध अभिलेख ब्यूरो सेंथिल अबूदई कृष्ण राज. एस. द्वारा उपलब्ध कराये गये विवरणों की सत्यापित फोटो प्रतियां उपलब्ध करायी गयी हैं।
उपलब्ध सूचना के अनुसार उत्तराखंड के 13 जिलों तथा रेलवे (जी.आर.पी. अन्तर्गत) में जनवरी 2021 से मई 2023 तक कुल 3854 महिलायें गुमशुदा दर्ज की गई है। इनमें 2021 में 1494, वर्ष 2022 में 1632 तथा वर्ष 2023 में मई तक 728 महिलायें शामिल है। इसी अवधि में कुल 1132 बालिकायें गुमशुदा दर्ज हुई है जिसमें 2021 में 404 वर्ष 2022 में 425 तथा 2023 में मई तक 305 बालिकायें शामिल है। हालांकि उपलब्ध गुमशुदा महिलाओं की बरामदगी के आंकड़ों के अनुसार जनवरी 2021 से मई 2023 तक कुल 2961 महिलायें बरामद हुई है। इसमें 2021 में 1271, वर्ष 2022 में 1281 तथा 2023 में मई तक 409 महिलायें शामिल है जबकि इसी अवधि में कुल 1042 गुमशुदा बालिकायें भी बरामद हुई है जिसमें 2021 में 393, वर्ष 2022 में 403 तथा 2023 में मई तक 246 बालिकाएं शामिल है।
गुमशुदा महिलाओं के जिलावार विवरण के अनुसार नैनीताल जिले में 2021 में 168 वर्ष 2022 में 165 तथा 2023 में मई तक 53 महिलायें गायब हुई हैं। उधमसिंह नगर जिले में क्रमशः 343, 415, तथा 183, पिथौरागढ़ जिले में 14, 18 तथा 7, अल्मोड़ा जिले में 25, 44 तथा 23, टिहरी जिले में 59, 49 तथा 35, बागेश्वर जिले में 34, 26 तथा 12, पौड़ी जिले में 43, 58 तथा 19, उत्तरकाशी जिले में 34, 23 तथा 15, देहरादून जिले में वर्ष 2021 में 364, वर्ष 2022 में 430 तथा 2023 में मई तक 163 महिलायें, हरिद्वार जिले में क्रमशः 339, 314 तथा 169, चमोली में 31, 26 तथा 14, चम्पावत जिले में 23, 48 तथा 25, रूद्रप्रयाग जिले में 14, 15 तथा 10 तथा रेलवे क्षेत्र (जी.आर.पी. अन्तर्गत) में वर्ष 2021 में 3, 2022 में 1 तथा 2023 में मई तक शून्य गुमशुदा महिला दर्ज हुई है।
गुमशुदा बालिकाओं के जिलावार विवरण के अनुसार नैनीताल जिले में 2021 में 74, वर्ष 2022 में 63, वर्ष 2023 में मई तक 17 बालिकायें गुमशुदा दर्ज हुई हैं जबकि जिला उधमसिंह नगर में क्रमशः 133, 146 तथा 49, पिथौरागढ़ में 17, 22 तथा 15, अल्मोड़ा जिले में 10, 13 तथा 9, टिहरी जिले में 23, 18 तथा 12, बागेश्वर जिले में 8, 8 तथा 2, पौड़ी जिले में 5, 8 तथा 7, उत्तरकाशी जिले में 5, 3, तथा 2, देहरादून जिले में वर्ष 2021 में 30 बालिकायें, 2022 में 9 तथा 2023 में मई तक 80 बालिकायें गुमशुदा दर्ज हुई है। हरिद्वार जिले में क्रमशः 81, 103 तथा 95, चमोली जिले में 8, 9 तथा 5, चम्पावत जिले में 9, 17 तथा 8, रूद्रप्रयाग जिले में 1, 6 तथा 3, रेलवे क्षेत्र (जी.आर.पी.) में इस अवधि में केवल 2023 में मई तक 1 बालिका गुमशुदा दर्ज हुई है। आगे पढ़ें
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सीएम धामी ने आरोही संस्था को किया सम्मानित
नैनीताल। कुमाऊं मंडल के दुर्गम एवं दूरस्थ क्षेत्रों में उत्कृष्ट स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने हेतु आरोही संस्था को यूएनडीपीए सेंटर फॉर पब्लिक पॉलिसी एवं नियोजन विभाग उत्तराखंड द्वारा देहरादून में आयोजित एसडीजी एचीभर्स अवार्ड समारोह 2022 में सूूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा सम्मानित किया गया।
इस दौरान आरोही संस्था की ओर से स्मृति चिह्न एवं प्रमाण पत्र डॉ. पंकज तिवारी अधिशासी निदेशक, समिरन त्रिपाठी संचालक स्वास्थ्य कार्यक्रम तथा डॉ. जनरल विवेक शर्मा रेडियोलॉजिस्ट ने प्राप्त किया। इस अवसर पर आरोही के अधिशासी निदेशक डॉ. पंकज तिवारी ने बताया कि आरोही संस्था स्वास्थ्य तथा शिक्षा एवं आजीविका के क्षेत्र में विगत 31 वर्षों से सक्रिय रूप से कुमाऊँ मंडल के दुर्गम पहाड़ी क्षेत्रों में कार्यरत है। संस्था द्वारा संचालित स्वास्थ्य कार्यक्रम के अन्तर्गत आरोही आरोग्य केन्द्र अस्पताल तथा सचल चिकित्सा वाहनष् के माध्यम से सुदूरवर्ती क्षेत्रों में अल्ट्रासाउंड, एक्स.रे, लैब जांच, ईसीजी एवं मातृ.शिशु स्वास्थ्य जैसी मूलभूत स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जा रही हैं जिसमें 150 गांवों की लगभग 1ए50ए000 जनसंख्या लाभान्वित हो रही है।
सचल स्वास्थ्य शिविर अपने आप में एक अनूठी पहल है जिसको आरोही के अध्यक्ष डॉ.कर्नल चन्द्र शेखर पन्त टैड द्वारा प्रारंभ किया गया जिसके द्वारा दुर्गम एवं दूरस्थ क्षेत्रों में समुदाय एवं गर्भवती महिलाओं को जांच एवं अल्ट्रासाउण्ड सुविधा के माध्यम से बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हो रही है। आरोही संस्था के अधिशासी निदेशकए डॉ पंकज तिवारी द्वारा आयोजकों एवं शुभचिन्तकों का आभार जताया गया।
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मेरी माटी मेरा देश कार्यक्रम को लेकर सेनानी परिवारों के घर से मिट्टी एकत्रित की
ंरुद्रपुर। प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर आयोजित मेरी माटी मेरा देश के तहत दक्षिणी मंडल रुद्रपुर में फाजलपुर महरोला में स्वतंत्रता सेनानियों के निवास स्थान की मिट्टी को जिला प्रभारी पुष्कर काला के नेतृत्व में उनके घर जाकर संग्रह किया। इस दौरान काला ने बताया कि आजादी बाद से पहली पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर मेरी माटी मेरा देश कार्यक्रम के तहत देश के कोने कोने से देश के शहीद , स्वत्रंता सेनानी परिवारों के घर की मिट्टी एकत्रित करने का यह पवित्र कार्य चल रहा है। यही शहीदों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है। इस मौके पर मंडल अध्यक्ष धर्म सिंह कोली, विनय बत्रा ,जिला मीडिया प्रभारी मयंक कक्कड़ ,ओबीसी जिला मोर्चा के महामंत्री सुनील यादव , भीमसेन गुप्ता आदि मौजूद रहे।